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विकास दुबे Encounter विपक्ष कस रहा तंज़: राहुल बोले- कई जवाबों से अच्छी खामोशी ‘उसकी’
नई दिल्ली। कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को मारने का आरोपी उत्तर प्रदेश का हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर (Encounter) में मारा गया। बतौर रिपोर्ट्स, बारिश के बीच एक गाड़ी पलट गई और इस दौरान भागने की कोशिश कर रहे दुबे पर फायरिंग की गई। इस दौरान गोली लागने से उसकी मौत हो गई। इसपर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों द्वारा इस एंकाउंटर को लेकर प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस मसले पर एक शायरी पोस्ट कर तंज़ कसा। हालांकि, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एनकाउंटर को लेकर कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन उनका निशाना वहीं रहा। राहुल ने लिखा:-
कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली
कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी
न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2020
वहीं विकास दुबे का एंकाउंटर किए जाने के मसले पर यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक इंटरव्यू के दौरान योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह एनकाउंटर सरकार को बचाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि ये कार पलटी नहीं है, सरकार को पलटने से बचाया गया है, क्योंकि विकास दुबे के जिंदा रहने से कई राज खुल सकते थे। एक निजी संचार चैनल से बातचीत के दौरान अखिलेश ने कहा कि हमारी पार्टी शुरुआत से ही कह रही है कि विकास दुबे के संबंध बीजेपी के कई नेताओं से हैं। सुबह कार पलटने की जनाकारी मिली। उसके बाद अपराधी भागने की कोशिश करता है और फिर पुलिस की गोलीबारी में मारा जाता है। मेरा कहना है कि जिस अपराधी का एनकाउंटर हुआ है उसका बीजेपी से सीधे-सीधे संबंध थे। अभी तक विकास ने जो भी अपराध किए हैं उसमें बीजेपी के नेताओं का भी सहयोग था। वर्ना एसएसपी को क्यों हटाना पड़ा? थाने की पूरी पुलिस को हटानी पड़ी। पुलिस के कई स्थानीय अधिकारी विकास दुबे के यहां चाय पीते थे।
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दुबे जिस गाड़ी में सवार हुआ था वो चल रही थी, दूसरी गाड़ी पलटी थी
अखिलेश ने इस एंकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि विकास ने आत्मसमर्पण किया था। शुक्रवार सुबह वह जिस गाड़ी में सवार हुआ था वो चल रही थी, दूसरी गाड़ी पलटी थी। चलती हुई गाड़ी में विकास दुर्घटनाग्रस्त हुई गाड़ी में कैसे बैठा? यूपी के पूर्व सीएम ने आगे कहा कि जितने लोगों का एनकाउंटर हुआ है पुलिस उसके मोबाइल की सीडीआर जारी करे। सरकार मालूम करे कि विकास दुबे को कौन जानकारी दे रहा था। इन गंभीर मुद्दों को लेकर पर्दा क्यों नहीं उठाया जा रहा है। विकास दुबे की हत्या या एनकाउंटर इसलिए किया गया है क्योंकि इसके सीने में कई राज दफ्न थे। राज से अगर पर्दा उठ जाता तो बीजेपी आज सवालों के जवाब नहीं दे पाती। ये कार पलटी नहीं है। सीएम ने अपनी सरकार पलटने से बचाया है।
मायावती और प्रियंका गांधी ने भी उठाए सवाल
उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।
कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच होनी चाहिए pic.twitter.com/vRHQlsaJ3y
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
2. यह उच्च-स्तरीय जाँच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इन्साफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2020
वहीं बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने कहा है कि कानपुर पुलिस हत्याकांड व मुख्य आरोपी विकास दुबे को यूपी पुलिस द्वारा मार गिराने आदि मामलों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों को इंसाफ मिल सकेगा और पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी शिनाख्त हो सकेगी। इसके अलावा विकास दुबे के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा है, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया? पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्स जारी क्यों नहीं हुई?’