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राहुल ने जारी किया घर लौट रहे मजदूरों से बातचीत का Video; मायावती ने बताया नाटक
Last Updated on May 23, 2020 by
नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच कुछ दिनों पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें घर लौट रहे मजदूरों से सड़क के किनारे फुटपाथ पर बैठकर बात कर रहे थे। अब राहुल गांधी और मजदूरों के बीच हुई बातचीत का वीडियो (Video) सामने आया है। राहुल गांधी ने आज सुबह अपने यूट्यूब चैनल पर यह वीडिय अपलोड किया है। यह एक एक डॉक्युमेंट्री लाइव (Documentary live) है। इसमें मजदूरों के जज्बे, संकल्प और जीने की कहानी शामिल है। राहुल ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी थी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने वीडियो को नाटक करार दिया
1. आज पूरे देश में कोरोना लाॅकडाउन के कारण करोड़ों प्रवासी श्रमिकों की जो दुर्दशा दिख रही है उसकी असली कसूरवार कांग्रेस है क्योंकि आजादी के बाद इनके लम्बे शासनकाल के दौरान अगर रोजी-रोटी की सही व्यवस्था गाँव/शहरों में की होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में क्यों पलायन करना पड़ता? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
अब बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम रहीं मायावती (Mayawati) ने राहुल गांधी के इस वीडियो आड़े हाथों लिया है। मायावती ने इस वीडियो को नाटक करार दिया है। इसके साथ ही प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के लिए भी पहले की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
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इस वीडियो को लेकर मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कई सारे ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘आज पूरे देश में कोरोना लॉकडाउन के कारण करोड़ों प्रवासी श्रमिकों की जो दुर्दशा दिख रही है उसकी असली कसूरवार कांग्रेस है क्योंकि आजादी के बाद इनके लंबे शासनकाल के दौरान अगर रोजी-रोटी की सही व्यवस्था गांव/शहरों में की गई होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करना पड़ता?’
4. बीएसपी के लोगों से भी पुनः अपील है कि जिन प्रवासी मजदूरों को उनके घर लौटने पर उन्हें गाँवों से दूर अलग-थलग रखा गया है तथा उन्हें उचित सरकारी मदद नहीं मिल रही है तो ऐसे लोगों को भी अपना मानकर उनकी भरसक मानवीय मदद करने का प्रयास करें। मजलूम ही मजलूम की सही मदद कर सकता है। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
मायावती ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘वैसे ही वर्तमान में कांग्रेसी नेता द्वारा लॉकडाउन त्रासदी के शिकार कुछ श्रमिकों के दुःख-दर्द बांटने संबंधी जो वीडियो दिखाया जा रहा है वह हमदर्दी वाला कम व नाटक ज्यादा लगता है। कांग्रेस अगर यह बताती कि उसने उनसे मिलते समय कितने लोगों की वास्तविक मदद की है तो यह बेहतर होता।’ बसपा सुप्रीमो ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि साथ ही, बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकारें कांग्रेस के पदचिन्हों पर ना चलकर, इन बेहाल घर वापसी कर रहे मजदूरों को उनके गांवों/शहरों में ही रोजी-रोटी की सही व्यवस्था करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की नीति पर यदि अमल करती हैं तो फिर आगे ऐसी दुर्दशा इन्हें शायद कभी नहीं झेलनी पड़ेगी।
वित्त मंत्री ने भी बताया था ड्रामेबाज
गौरतलब है कि इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ड्रामेबाज बताते हुए कहा था कि उन्होंने मजदूरों के साथ बैठकर, उनसे बात करके उनका समय बर्बाद किया। सड़क पर बैठकर बात करने से मजदूरों की समस्या का हल नहीं होगा। उन्हें मजदूरों के साथ सामान उठाकर उनके साथ पैदल जाना चाहिए था। उन्हें मजदूरों के बच्चों को और उनके सामान को उठाकर उनके साथ चलना चाहिए था। निर्मला सीतारमण ने कहा था कि मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने से क्या होगा, मजदूरों के साथ बैठकर बातें करने के बजाय राहुल गांधी अपने मुख्यमंत्रियों को ज्यादा ट्रेनों के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं, क्या ये ड्रामा नहीं है।