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जानिए कृषि कानूनों की वापसी पर राकेश टिकैत ने क्या कहा, पंजाब में क्या है इसके मायने?
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही दिल्ली बॉर्डर पर डटे आंदोलनकारी किसानों से घर लौटने की अपील भी की। उन्होंने राष्ट्र के नाम दिए गए संबोधन में सरकार की तरफ से किसानों की हित में उठाए गए काम भी गिनाए और माफी भी मांगी। इन सबके इतर भारतीय किसान यूनियन के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत डटे हुए हैं।
उन्होंने पीएम मोदी के ऐलान के तुरंत बाद कहा कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।
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आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।
सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन की गुरु पर्व के मौके पर जीत हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों की मांग को स्वीकार करते हुए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार खेती के विकास के लिए काम करना जारी रखेगी। इसके साथ ही पटियाला से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है कि आगमी विधानसभा चुनाव में कैप्टन की नई पार्टी का बीजेपी से गठजोड़ हो सकता है।
कृषि कानूनों की वापसी पर अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर पीएम मोदी को शुक्रिया कहा। पूर्व सीएम ने लिखा, ”नरेंद्र मोदी जी किसानों की मांग स्वीकारने और तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए शुक्रिया। गुरु नानक जंयती के मौके पर यह अच्छा फैसला लिया गया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार किसानों के लिए विकास करने का काम जारी रखेगी।”
Great news! Thankful to PM @narendramodi ji for acceding to the demands of every punjabi & repealing the 3 black laws on the pious occasion of #GuruNanakJayanti. I am sure the central govt will continue to work in tandem for the development of Kisani! #NoFarmers_NoFood @AmitShah
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 19, 2021
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान आंदोलन की शुरुआत से ही इसके समर्थन में खड़े रहे हैं। अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए कई बार पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। हाल ही में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग दोहराई थी और कहा था कि अगर यह आंदोलन चलता रहा तो पंजाब में अशांति आ सकती है।
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