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ऊना। आपदा की इस स्थिति जहां हिमाचल पुलिस( Himachal Police) सड़कों पर उतरकर कर्फ्यू ( Curfew)के आदेशों की पालना करवा रही है वहीं कोई भी मजदूर गरीब भूखा न रहे इस बात का भी हिमाचल पुलिस पूरी तरह से ख्याल रख रही है। ऊना जिला में बाहरी राज्यों से आये प्रवासी रोजाना मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालते है लेकिन कर्फ्यू के चलते इनकी दिहाड़ी नहीं लग रही। इन प्रवासियों के घर का चूल्हा चलता रहे इसके लिए ऊना पुलिस और बनगढ़ पुलिस बटालियन ने हाथ बढ़ाए है। पुलिस द्वारा आज ऊना जिला के विभिन्न स्थानों पर झुग्गी झोपड़ियों में जाकर प्रवासियों को राशन और मास्क वितरित किये। वहीं कोरोना वायरस बारे जागरूक कर इससे सजग रहने का भी आह्वान किया।
जाहिर है जहां देश व प्रदेश भर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन चल रहा है। इस दौरान सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा कर्फ्यू का पालन ना वालों पर डंडा भांजने के वीडियो सामने आ रहे हैं। ऐसे जिला ऊना में पुलिस का हिमाचल लॉक डाउन व कर्फ्यू के दौरान मानवीय चेहरा सामने आया है। एसपी ऊना कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने अपनी सारी टीम के साथ जिला के विभिन्न स्थानों पर झुग्गी झोपड़ियों में दिहाड़ीदार प्रवासी मजदूरों को राशन व मॉस्क बांटे। इस दौरान एडीसी अरिंदम चौधरी, एएसपी विनोद कुमार धीमान, डीएसपी हैडक्वार्टर अशोक वर्मा सहित अन्य पुलिस जवान मौजूद रहे। इसके अलावा प्रथम आईआरबी बनगढ़ की कमांडेंट साक्षी वर्मा ने भी ऊना जिला के विभिन्न स्थानों पर जाकर प्रवासियों को राशन वितरित किया। प्रवासियों को राशन वितरित करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग( Social distancing) का भी ध्यान रखा गया।
पुलिस द्वारा की गई यह एक अच्छी पहल है। वहीं प्रवासियों को राशन मिलने से खुशी चेहरे पर साफ देखी जा सकती है। एसपी ऊना कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन का कहना है कि कर्फ्यू के बीच सबसे ज्यादा चिंता दिहाड़ीदार मजदूरों की है, ऐेसे में पुलिस प्रवासियों को राशन वितरित कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर कोई समाजसेवी संस्था इस कार्य में आगे आने चाहती है, तो पुलिस के पास राशन पहुंचा दें, जिसे पुलिस आगे प्रवासियों में वितरित कर देगी।
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