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हिमाचलः मलाणा के रत्नी टिब्बा से लापता हुए पं बंगाल के चारों ट्रैकर्स किए रेस्क्यू
कुल्लू में मलाणा के अली रत्नी टिब्बा (Ali Ratni Tibba) से लापता पश्चिम बंगाल के चार ट्रैकरों को सुरक्षित खोज कर मनाली पहुंचा दिया है। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली, पुलिस और स्थानीय रेस्क्यू दल ने उन्हें अली रत्नी टिब्बा से सोमवार रात को पहले मलाणा और उसके बाद डूंखरा पुलिस चौकी के पास पहुंचाया। इसके बाद पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम चारों ट्रैकर्स को लेकर मनाली गई। ये सभी सुरक्षित हैं।
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चारों ट्रैकर्स के लापता होने की सूचना आठ सितंबर को मिली थी। रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवाना हुई और फिर 9 व 10 सितंबर को रेस्क्यू अभियान छेड़ा था। इसके बाद 11 सितंबर को दो चीता हेलिकाप्टर भी रेकी के लिए पहुंचे, वहीं रेस्क्यू टीम भी इन तक पहुंच गई थी और उन्हें सुरक्षित खोजा गया।
इन ट्रैकरों के लापता होने से जहां तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे, वहीं प्रशासन की ओर से लगातार इन्हें खोजने के प्रयास भी जारी थे। समुद्रतल से करीब 5,470 मीटर की ऊंचाई पर अली रत्नी टिब्बा चारों तरफ से ग्लेशियरों से घिरा हुआ है। इन लोगों का बेस कैंप भी ग्लेशियर के पास ही एक चट्टान के पास था। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि सभी ट्रैकरों को सकुशल रेस्क्यू टीम ने पहुंचाया है।
एसपी कुल्लू गुरुदेव शर्मा ने कहा कि 8 सितंबर को जिला प्रशासन व पुलिस को सूचना मिली थी कि अली रतनी टिब्बा को निकले पं बंगाल के चार रहकर लापता हो गए हैं। उन्होंने कहा कि उसके बाद 9 सितंबर को अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान और स्थानीय दल व पुलिस के जवान लापता ट्रैकरों को ढूंढने के लिए निकले थे। रेस्क्यू टीम को कि वेस्ट बंगाल के चार ट्रैकर कैंप वन में मिले हैं। 7 सितंबर को अली रत्नी टिब्बा सबमिट करने के लिए चारों ट्रैकर निकले थे उस दिन सबमिट नहीं कर सके थे। उसके बाद 8 तारीख की सुबह अली रत्नी टिब्बा सबमिट करने के बाद चारों ट्रैकर्स कैंप में लौटे थे जहां पर खाने-पीने की सामग्री व रहने का उचित प्रबंध था । उन्होंने कहा कि रेस्क्यू दल ने चारों ट्रैकरों को कैंप बंद से रेस्क्यू किया है।