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ट्रैकिंग एवं क्लाइमिंग के दौरान लापता हुए चारों ट्रैकर सुरक्षित व स्वस्थ
Last Updated on September 11, 2022 by Vishal Rana
कुल्लू। ट्रैकिंग एवं क्लाइमिंग के दौरान अली रत्नी टिब्बा (Ali Ratni Tibba) से पश्चिम बंगाल के चार ट्रैकर लापता हो गए थे। इन ट्रैकरों के लापता होने से जहां तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे, वहीं प्रशासन की ओर से लगातार इन्हें खोजने के प्रयास भी जारी थे। अब एक राहत भरी खबर आई है कि ये पश्चिम बंगाल के चारों ट्रैकर सुरक्षित और स्वस्थ हैं। यह जानकारी अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान (Atal Bihari Vajpayee Mountaineering Institute Manali) मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने दी।
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उन्होंने बताया है कि हमारी टीम ने अली रत्नी टिब्बा में फंसे चारों ट्रैकरों से संपर्क साधा है और वे चारों सुरक्षित और स्वस्थ हैं। इन ट्रैकरों का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर (Helicopter) के माध्यम से रेकी की गई। करीब तीन घंटे की रेकी के बाद अली रत्नी टिब्बा से दोनों हेलीकॉप्टर भुंतर एयरपोर्ट (Bhuntar Airport) लौट आए हैं। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी (Avinash Negi) ने बताया कि हमारी टीम ने अली रत्नी टिब्बा में फंसे चारों ट्रैकरों से संपर्क किया है। गनीमत यह रही कि वे चारों सुरक्षित और स्वस्थ हैं और अब उन्हें मंगलवार शाम तक टीम की सहायता से बेस कैंप लाया जाएगा। समुद्रतल से करीब 5,470 मीटर की ऊंचाई पर (At an altitude of about 5,470 meters above sea level) अली रत्नी टिब्बा चारों तरफ से ग्लेशियरों से घिरा हुआ है। इन लोगों का बेस कैंप भी ग्लेशियर के पास ही एक चट्टान के पास था।