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हिमाचल: पानी हुआ जब सिर से ऊपर तो खफा रिटायर्ड कर्मी उतरे सड़क पर
ऊना। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) से सेवानिवृत्त कर्मचारी (retired employee) अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़कों पर हैं।सोमवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन के बैनर तले एचआरटीसी के तमाम बुजुर्ग पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर रोष रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन (memorandum) भी भेजा। एचआरटीसी के पेंशनर्स सरकार और निगम प्रबंधन से लगातार अनदेखी के चलते काफी खफा हैं।
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सरकार और एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से निरंतर अनदेखी के चलते एचआरटीसी के रिटायर्ड कर्मचारी फिर से संघर्ष की राह पर हैं। सोमवार को सोमवार को जिला मुख्यालय के पुराना बस अड्डा परिसर में हिमाचल पथ परिवहन निगम सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन की मासिक बैठक के बाद तमाम बुजुर्ग पेंशनर्स ने डीसी कार्यालय (DC Office) तक रोष निकाली। इस मौके पर एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन के जिलाध्यक्ष किशोरी लाल ने कहा कि सरकार के अन्य विभागों से सेवानिवृत्त हुए बुजुर्ग और एचआरटीसी से रिटायर्ड पेंशनरों में जमीन.आसमान का फर्क है।
एक तरफ जहां अन्य विभागों के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद सभी लाभ तत्काल प्रभाव से दे दिए जाते हैं वहीं एचआरटीसी में वर्षों तक सेवाएं देने के बाद रिटायर हुए कर्मचारी 15-15 वर्षों से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठाने में ही लगे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी अपनी मांगों को लेकर यह सभी बुजुर्ग सड़कों पर उतर चुके हैं लेकिन हैरानी की बात है कि ना तो सरकार और ना ही एचआरटीसी प्रबंधन (HRTC Management) के कानों पर जूं रेंगी है। उन्होंने कहा यदि अब भी सरकार और प्रबंधन ने अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा तो इन बुजुर्गों को उग्र आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की ही होगी।