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बिजली बोर्ड ने दबा रखी थी निजी ज़मीन, Revenue Department ने 40 साल बाद दिलवाया कब्ज़ा
Last Updated on July 22, 2020 by Deepak
ऊना। आपने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे होते देखे- सुने होंगे, क्या कभी निजी भूमि पर सरकारी विभाग( Govt Dept.) द्वारा कब्जा किए जाने की बात सुनी है। वो भी एक या दो साल से नहीं पिछले 40 साल से। राजस्व विभाग ( Revenue Department) ने आज बिजली बोर्ड से लेकर निजी भूमि वापस भू-मालिकों को दिलवाई। इस भूमि पर बिजली बोर्ड ने कब्जा कर रखा था। मामला ऊना जिला( Una Distt) है। यहां पर जिला मुख्यालय के साथ लगते भड़ोलियां खुर्द में बिजली बोर्ड के कार्यालय के साथ करीब 40 वर्ष से बिजली बोर्ड का गोदाम बना हुआ है। राजस्व विभाग ने कई बार निशानदेही की जिसमें गोदाम की अधिकतर भूमि निजी भू-मालिकों ( Private landlords)की निकली। आज राजस्व विभाग की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में निजी भू मालिकों को कब्जा दिलवाया। हालांकि इस दौरान खूब गहमा गहमी भी हुई और एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल को मौके पर जाना पड़ा। उधर बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने इसे एक तरफा कार्रवाई बताते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है।
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कब्जा छुड़ाने के समय हुआ विवाद
पिछले 40 साल से ऊना-नंगल हाईवे स्थित भड़ोलियाँ खुर्द में बने विद्युत बोर्ड ने निजी जमीन पर अपना गोदाम भी बनाया हुआ था। बुधवार को तहसीलदार ऊना विजय राय राजस्व कर्मियों और पुलिस के दलबल सहित इस जमीन की डिमार्केशन कर कब्जा लेने पहुंचे तो विद्युत बोर्ड के अधिकारियों ने टीम को कब्जा करने से रोक दिया। विद्युत बोर्ड ऊना के मुताबिक ये जमीन करीब 40 वर्षों से बोर्ड के पास ही है और यहां पर विभाग का स्टोर बना हुआ है। जबकि राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में ये मलकीयती भूमि है। भूमि की पैमाइश के दौरान जब ये भूमि निजी निकली तो तहसीलदार ने अमले समेत उसका कब्ज़ा भी मालिक को दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की, इसी दौरान बिजली बोर्ड के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और ज़मीन न छोड़ने की जिद पर अड़ गए। मामला तूल पकड़ गया और घटना स्थल पर विवाद खड़ा हो गया। जिसके चलते एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल को मौके पर पहुंच स्थिति संभालनी पड़ी। वहीं बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता खुशविंद्र सिंह ने मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही।
भूमि की निशानदेही की गईः तहसीलदार
भूमि के मालिक राजीव कुमार का कहना है कि ये जमीन उन्होंने खरीदी थी, लेकिन बिजली बोर्ड नाजायज़ तरीके से इस पर काबिज रहा है और आज जब राजस्व विभाग उन्हें कब्जा दिलाने आया तब विभाग के लोग उन्हें काम नहीं करने दे रहे है। तहसीलदार ऊना विजय राय ने बताया कि करीब 701 मीटर निजी भूमि पर बिजली बोर्ड पिछले लंबे समय से काबिज है। तहसीलदार ऊना ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा कई दफा इस भूमि की निशानदेही की गई है और उसके बाद ही आज निजी भू-मालिकों को कब्जा दिलवाया गया है।