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जी20 सम्मेलन से पहले रूसी विदेश मंत्री ने दी धमकी, बोले- रोक देंगे घोषणापत्र
नई दिल्ली। यहां 9 सितंबर से शुरू हो रहे दो दिन के जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Delhi) की बैठक में शामिल होने से पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने धमकी दी है। उन्होंने कहा कि रूस अगर यूक्रेन (Ukraine) और अन्य संकटों पर मॉस्को (Moscow) की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं किया जाता तो रूस जी20 समिट के घोषणापत्र को रोक देगा। जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे।
यूक्रेन में युद्ध अपराधों के संदेह में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (International Criminal Justice Court) ने मार्च में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उसके बाद से पुतिन ने कोई विदेश यात्रा नहीं की है। लावरोव ने प्रतिष्ठित मॉस्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में छात्रों से कहा, “अगर हमारी स्थिति प्रतिबिंबित नहीं होती है तो सभी सदस्यों की ओर से कोई सामान्य घोषणा नहीं की जाएगी।” रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) को ‘अहंकारी पश्चिमी देशों’ के साथ अस्तित्व की लड़ाई के रूप में पेश करता है, जिसके बारे में पुतिन का कहना है कि वह रूस को खत्म करना चाहते हैं और उसके विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर कब्जा करना चाहते हैं।.
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गैर-बाध्यकारी विज्ञप्ति का सुझाव
लावरोव ने सुझाव दिया कि यदि जी20 बैठक में आम सहमति नहीं बन पाती है, तो जी20 अध्यक्ष द्वारा एक गैर-बाध्यकारी विज्ञप्ति जारी की जा सकती है। लावरोव ने कहा, जी20 क्षमताओं के क्षेत्र में विशिष्ट निर्णयों पर ध्यान केंद्रित करता है और बाकी सभी को अपनी बात रखने का अवसर देता है।
रूसी राजदूत ने यूक्रेन का मुद्दा हटाने की राय दी थी
इससे पहले रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा था कि यूक्रेन युद्ध के अलावा सभी मुद्दों पर जी20 देशों के बीच आम सहमति है। इस विवादास्पद विषय को नेताओं के बयान के मसौदे से हटा दिया जाना चाहिए ताकि अगले सप्ताह समूह के शिखर सम्मेलन में इसके जारी होने का मार्ग प्रशस्त हो सके।