-
Advertisement
कंगना के साथ आए #Ayodhya के संत: बोले- यहां ना आएं उद्धव ठाकरे, नहीं होगा स्वागत
अयोध्या। जब से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने महाराष्ट्र सरकार के सीएम उद्धव ठाकरे पर सीधे तौर से निशाना साधना शुरू किया है। तब से उनके समर्थन में तमाम सारे हिन्दूवादी संगठन आगे आए हैं। इसी कड़ी में अयोध्या (Ayodhya) के संतों ने भी कंगना का सपोर्ट किया है। रामनगरी अयोध्या के संतों और विश्व हिंदू परिषद ने इस बात का ऐलान किया है कि उद्धव अयोध्या ना आएं। यहां आने पर उनका स्वागत नहीं होगा बल्कि उन्हें विरोध का सामना करना पड़ेगा।
शिवसेना वह नहीं रही, जो बालासाहेब ठाकरे के अधीन हुआ करती थी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने भी कंगना रनौत को देश की बेटी बताते हुए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अयोध्या ना आने की धमकी दी है। वहीं, हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी महंत राजू दास ने कंगना के दफ्तर को तोड़ने का विरोध करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे या शिवसेना का कोई भी नेता अयोध्या में आया तो उनका विरोध होगा। संत उनकी करतूत के खिलाफ हैं। बीएमसी ने कंगना का दफ्तर तोड़कर अच्छा नहीं किया। वहीं, इस पूरे मसले को लेकर महंत गिरि का कहना है कि कंगना रनौत बहादुर और हिम्मत वाली बेटी हैं, जिन्होंने बॉलिवुड के माफियाओं और ड्रग माफियाओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
यह भी पढ़ें: अब कंगना पर होगा दूसरा वार: महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस को सौंपा Drugs Case में जांच का जिम्मा
उन्होंने निडर होकर बॉलीवुड में एक विशेष समुदाय के वर्चस्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है। इससे न केवल बॉलिवुड के माफिया डर गए हैं, बल्कि सरकार के भी कदम उखड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत की ओर से कहे सच को दबाने के लिए उद्धव ठाकरे सरकार ने कंगना के कार्यालय पर बुलडोजर चलवाया है और बदले की कार्रवाई की है। हालांकि, महाराष्ट्र हाईकोर्ट ने कंगना रनौत को बड़ी राहत देते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाई है। बक़ौल महंत गिरि, ‘सुशांत सिंह मर्डर केस में जिस बहादुरी से कंगना रनौत ने ड्रग और बॉलीवुड माफियाओं का सामना किया है। उससे लोगों में बौखलाहट है।’ महंत कन्हैया दास ने कहा कि उद्धव ठाकरे का अयोध्या में स्वागत नहीं है। अब शिवसेना वह नहीं रही, जो कभी बालासाहेब ठाकरे के अधीन हुआ करती थी।