-
Advertisement
Corona के कारण पिछले साल नहीं बढ़ी Salary तो क्या इस साल मिलेगा फायदा?
पिछले साल कोरोना (Corona) के कारण देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ गई थी। इस वजह से नौकरीपेशा लोगों की सैलरी भी नहीं बढ़ी। यानी कहें तो पिछले साल बहुत ही कम ऐसी कंपनी नहीं थी, जिसने अपने कर्मचारियों को इन्क्रीमेंट दिया। ऐसे में इस साल कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल एक सर्वे में बताया गया है कि भारत में कंपनियां अपने कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी कर सकती है। सर्वे के मुताबिक सैलरी में औसतन 7.3 परसेंट की बढ़ोतरी (salary increment) हो सकती है।
ये भी पढ़ेः किसानों के #RailRoko आंदोलन में देखिए जम्मू से लेकर बिहार तक कैसा चल रहा असर
आपको बता दें सि सैलरी को लेकर यह सर्वे किया गया है Deloitte Touche Tohmatsu India LLP यानी DTTILLP ने। DTTILLP के सर्वे में बताया गया है कि इस साल औसत इंक्रीमेंट पिछले साल 2020 के मुकाबले भी ज्यादा रहेगा। इसमें पिछले साल के मुकाबले 4.4 परसेंट की बढ़ोतरी होगी। हालांक यह सैलरी इन्क्रीमेंट 2019 की सैलरी इंक्रीमेंट से कम होगी। ह 2019 की सैलरी इन्क्रीमेंट से 8.6 परसेंट से कम रहेगी। इसके अलावा सर्वे में शामिल हुईं 92 फीसदी कंपनियों का कहना है कि वो अपने कर्मचारियों को इस साल सैलरी इंक्रीमेंट देंगी। आपको बता दें कि पिछले साल के सर्वे में भी 60 फीसदी कंपनियों ने सैलरी इंक्रीमेंट देने का वादा किया था।
DTTILLP के सर्वे में शामिल हैं 400 कंपनियां
जानकारी के मुताबिक DTTILLP के सर्वे की शुरुआत दिसंबर 2020 में हुई थी। इसमें 400 कंनपियां शामिल थीं। इसमें भी सात सेक्टर्स और 25 सब-सेक्टर्स शामिल हैं। सर्वे के मुताबिक भारत में कंपनियों इस साल जो सैलरी इन्क्रीमेंट करने वाली हैं उसमें औसतन 7.3 फीसदी होगा। हालांकि यह पिछले साल यानी 2020 में 4.4 फीसदी था और 2019 में 8.6 फीसदी सैलरी इन्क्रीमेंट हुई थी। ऐसे में यह 2020 के मुकाबले ज्यादा जबकि 2019 के मुकाबले कम है।
DTTILLP सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद उम्मीद से ज्यादा बेहतर आर्थिक रिकवरी हुई है। इसलिए बिजनेस रिवाइवल और कन्ज्यूमर कॉन्फिडेंस से कंपनियों का मुनाफा भी बढ़ने की संभावना है। ऐसे में कंपनियां कर्मचारियों को सैलरी इंक्रीमेंट दे रही हैं। DTTILLP सर्वे के अनुसार इस साल 20 फीसदी कंपनियां डबल डिजिट में अपने कर्मचारियों की सैलरी इन्क्रीमेंट कर सकती हैं। जानकारी के अनुसार 2020 में सिर्फ 12 फीसदी कंपनियों ने ऐसा किया था। 2020 में जिन 60 फीसदी कंपनियों ने डबल डिजिट इंक्रीमेंट दी था, उसमें से एक तिहाई ने ऑफ साइकिल कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई थी।
किन सेक्टर्स में ज्यादा सैलरी इन्क्रीमेंट
DTTILLP सर्वे के मुताबिक जिन कंपनियों ने 2020 में सैलरी इंक्रीमेंट नहीं दी थी, उनमें से सिर्फ 30 फीसदी ही अपने कर्मचारियों की इंक्रीमेंट या बोनस के जरिए पिछले साल की भरपाई करेंगी। DTTILLP सर्वे में कहा गया है कि लाइफ साइंस और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सेक्टर सबसे ज्यादा सैलरी इंक्रीमेंट होने की उम्मीद है। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में कर्मचारियों की सैलरी में सबसे कम बढ़ोतरी होगी। लाइफ साइंस इकलौता ऐसा सेक्टर होगा जो 2019 में सैलरी इंक्रीमेंट के बराबर हाइक देगा। बताया जा रहा है कि केवल ई-कॉमर्स कंपनियां और डिजिटल सेक्टर की कंपनियां साल 2021 में डबल डिजिट में सैलरी बढ़ाएंगी। हॉस्पिटैलिटी, रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, रीन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में सबसे कम सैलरी बढ़ेगी।