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सतपाल सत्ती का बड़ा आरोप, भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा
Lok Sabha Election: बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) ने प्रदेश कांग्रेस और प्रदेश सरकार पर पत्रकार वार्ता के दौरान जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) सहित पूरे भारत में कांग्रेस एक डूबता जहाज बनकर रह चुकी है और इस जहाज से अब हर कोई उतरने का प्रयास कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की बदहाली का आलम यह है कि पार्टी के बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ने से किनारा कर रहे हैं। जिनके नाम की चर्चा चल रही है वह या तो हाईकमान को पत्र लिखकर एतराज जता रहे हैं या फिर खुद ही बयान जारी करके अपने आप को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से अलग करने में लगे हैं।
प्रदेश का सचिवालय बन चुका भ्रष्टाचार का अड्डा
विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश का सचिवालय भ्रष्टाचार (Corruption) का अड्डा बन चुका है। सचिवालय (Secretariat) में बैठे कुछ अधिकारी जहां नेताओं के इशारे पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं वहीं सीएम की मित्र मंडली इसकी पूरी मॉनिटरिंग करती दिखाई दे रही है। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने आपदा को भी अवसर के रूप में इस्तेमाल किया है। केंद्र सरकार ने करोड़ो की मदद इस आपदा में की है जबकि कांग्रेस की सरकार ने पीड़ितों को भी भाई भतीजावाद (Nepotism) के आधार पर मदद की है।
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चुनाव लड़ने के नाम पर कांग्रेस नेताओं ने शुरू की धन उगाही
सत्ती ने कहा कि हमीरपुर लोकसभा सीट (Hamirpur Lok Sabha Seat) से तो सीएम डिप्टी सीएम के परिवार से टिकट देने की सलाह दे रहे है जबकि डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री सीएम की धर्मपत्नी को चुनाव लड़वाने की सिफारिश कर रहे है। सीएम तो एक चुनावी सभा में ऊना के पूर्व विधायक का लोकसभा टिकट के लिए सर्वे में टॉप पर नाम होने की घोषणा करके गए थे अब वो सर्वे कहां गए। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव भी कांग्रेस में भ्रष्टाचार का एक बड़ा साधन बनकर उभरा है। चुनाव लड़ने के नाम पर कांग्रेस के नेताओं ने जमकर धन उगाही शुरू कर दी है और उसके लिए लोगों से लेकर विभागों तक को नहीं छोड़ा जा रहा। विधायक ने कहा कि कांग्रेस के नेता भी जान चुके हैं कि लोकसभा चुनाव में उनकी हार सुनिश्चित है ऐसे में वह इस चुनाव को एक अवसर की तरह भुनाकर धन उगाही और भ्रष्टाचार करने में लगे हैं।