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हिमाचल कांग्रेस के पूर्व मंत्री मनसा राम का निधन, आईजीएमसी में ली अंतिम सांस
शिमला। हिमाचल प्रदेश के निर्माता डॉक्टर वाईएस परमार के साथ मंत्री रहे करसोग विधानसभा (Karsog Assembly) के कांग्रेस नेता एंव पूर्व मंत्री मनसा राम (former minister Mansa Ram ) का निधन हो गया है। इसकी सूचना कांग्रेसी एससी सेल के प्रदेश अध्यक्ष अमित नंदा ने फेसबुक पर दी। उन्होंने आईजीएमसी (IGMC) शिमला में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह मंडी जिला के करसोग के रहने वाले थे। करीब 82 वर्षीय मनसा राम प्रदेश के एक मात्र ऐसे नेता थे जो यशवंत सिंह परमार सहित 4 सीएम की कैबिनेट में काम कर चुके थे।
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मनसाराम ने वर्ष 1967 में करसोग विधानसभा क्षेत्र से आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपना पहला चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंचे तथा क्षेत्र का प्रतिनिधत्व किया। उसके बाद 1972 में मनसा राम ने कांग्रेस (Congress) टिकट पर अपना चुनाव लड़ा और परमार सरकार में सबसे कम उम्र के मंत्री बन गए। मनसा राम ने करसोग से 12 विधानसभा चुनाव लड़े और 6 बार जीत हासिल कर विधानसभा में करसोग का नेतृत्व किया।
1977 में मनसा राम को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1982 में मनसा राम फिर से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे। उस दौरान वे रामलाल की सरकार में मंत्री बने। मनसाराम ने करसोग से 12 विधानसभा चुनाव लड़े और 6 बार जीत हासिल कर विधानसभा में करसोग का नेतृत्व किया।
वहीं 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी का दामन थामा व पार्टी टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर बीजेपी को समर्थन देकर प्रेम कुमार धूमल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद वर्ष 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की और वीरभद्र सरकार में सीपीएस के रूप में कार्य किया। ऐसे में अपने 55 साल के राजनीतिक सफर में पूर्व मंत्री ने कई उतार चढ़ाव भी देखे हैं।
मनसा राम के निधन पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu), डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री सहित अन्य नेताओं ने शोक प्रकट किया है और परिवार को इस अपूर्णिय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।