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श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले आज शुरु, मंदिरों में दर्शन से पहले जांचे जा रहे सभी दस्तावेज
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में आज से श्रावण अष्टमी नवरात्र मेलों का शुभारंभ हुआ। शक्तिपीठों के कपाट आज सुबह सुबह चार बजे खुल गए। कांगड़ा में मां बज्रेश्वरी के मंदिर में सुबह ही श्रद्धालु पहुंचना शुरु हो गए थे। प्रशासन की ओर से जारी एसओपी के तहत मंदिर आने वाले भक्तों की पहले आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र देखे जा रहे हैं और उसके बाद प्रवेश मिल रहा है। बिना मास्क के भी प्रवेश वर्जित है। मंदिर के अंदर भी भीड़ एकत्र नहीं होने दी जा रही और सेनैटाइजेशन आदि का पूरी व्यवस्था की गई है।
आज सावन माह का चौथा सोमवार भी है और इसके साथ ही श्रावण अष्टमी के मेले भी शुरू हो गए हैं। चामुंडा नंदिकेश्वर धाम, चिंतपूर्णी मंदिर व ज्वाला जी में भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए पुलिस व गृहरक्षक तैनात किए गए हैं। यहां पर पुलिस व गृह रक्षक आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रख रहे हैं और उन्हें कोविड-19 के तहत दिशा निर्देश भी दे रहे हैं, ताकि किसी तरह की कोई चूक न हो। बज्रेश्वरी मंदिर में 30 पुलिस व गृह रक्षक जवान तैनात किए हैं, ज्वालामुखी 100 से अधिक व चामुंडा मंदिर में 92 सुरक्षा कर्मी तैनान किए गए हैं।
मंदिर को फूलों से सजा मां चिंतपूर्णी का दरबार
श्रावण नवरात्र मेलों के चिंतपूर्णी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। देश विदेश से मंगवाए गए रंग-बिरंगे फूलों से मंदिर की शोभा देखते ही बन रही है। माता रानी के नवरात्रों के लिए सभी तैयारियां मंदिर प्रशासन ने पहले ही पूरी कर ली थी। वहीं श्रावण नवरात्र मेले को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के बचाव को लेकर जारी की गई एसओपी का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जहाँ जिला के बॉर्डर पर श्रद्धालुओं को आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट या वैक्सीन की दोनों डोज के सर्टिफिकेट के बिना प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। बावजूद उसके भी नवरात्र मेले के पहले दिन पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों से हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने पवित्र पिंडी के दर्शन किये। कोरोना काल में भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए प्रशासन की ओर से मां के भक्तों को पर्ची सिस्टम के जरिये ही दर्शन करवाए जा रहे है। मंदिर को केवल रात को 11 बजे से 12 बजे तक बंद किया जायेगा। इसके साथ ही मंदिर में किसी भी श्रद्धालु को बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जा रही है, प्रशासन की ओर से बिना मास्क वाले श्रद्धालुओं को मास्क भी उपलब्ध करवाए जा रहे है। पुलिस की ओर से मेले के दौरान सुरक्षा में 1200 के करीब सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई हैं। सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर न्यास द्वारा मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि नवरात्र मेला के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए सभी इंतजाम किये गए है। डीसी ऊना ने बताया कि मेला क्षेत्र को 10 सेक्टरों में बांटा गया है और प्रत्येक सैक्टर में एक पुलिस अधिकारी और एक सैक्टर मैजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। डीसी ऊना ने बताया कि कोविड नियमों की पालना न करने वालों के चालान किये जायेंगे।