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चिंतपूर्णी मंदिर में उमड़ा श्रद्धा और आस्था का सैलाब, नियम तोड़ दिया कोरोना को आमंत्रण
Last Updated on July 11, 2021 by Sintu Kumar
ऊना। हिमाचल में बेशक कोरोना के मामलों में कमी दर्ज की गई हो, लेकिन अभी कोरोना (Corona) पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। बाबजूद इसके हिमाचल के पर्यटन स्थलों के साथ-साथ अब धार्मिक स्थानों में भी नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही है। ऐसा ही कुछ नजारा रविवार को उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी मंदिर (Chintpurni Temple) में देखने को मिला। बेशक हिमाचल के विभिन्न धार्मिक स्थलों से श्रद्धालुओं (Devotees) की आस्था जुडी हुई है, लेकिन कोरोना नियमों की अवहेलना और लंबी लंबी कतारें कोरोना को एक बार फिर दावत देती हुई दिख रही हैं। छुट्टी के चलते रविवार को मां चिंतपूर्णी मंदिर में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा की किलोमीटर लंबी लाइनें लग गईं। सुबह से ही मां के दरबार में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। ना मॉस्क, ना सोशल डिस्टेंस, (No Mask, No Social Distance,) कोरोना नियमों को दरकिनार करते श्रद्धालु सुबह से लेकर शाम तक लाइनों में खड़े रहे।
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चिंतपूर्णी में कोरोना नियमों (Corona Ruls) की उड़ रही धज्जिंयों पर प्रशासन भी मुंह देखता रहा। मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाइन व्यवस्था भी चरमराई रही। भीड़ का हुजूम देखकर ऐसा लग रहा था कि लोग सरेआम कोरोना बीमारी को बुलावा दे रहे हैं। व्यवस्था बनाने में प्रशासन (Adminstration) के भी हाथ खड़े ही दिखे, जितने श्रद्धालु आए, उस हिसाब से व्यवस्था कम नजर आईं। मंगलवार, शनिवार व रविवार के लिए मंदिर प्रशासन को ठोस रणनीति बनानी होगी। वरना हालात बेकाबू ही रहेंगे। सरकार को इन दिनों पंजीकरण अनिवार्य कुछ माह के लिए करते हुए संख्या भी निर्धारित करनी चाहिए, ताकि सभी बड़े धार्मिक स्थलों के लिए व्यवस्था बन सके। चिंतपूर्णी में हालात देख लगता है कि कोरोना की तीसरी लहर को सरेआम निमंत्रण मिल रहा हैए भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में पंजाब नंबर की गाडिय़ां भी घुस गई। मंदिर के मुख्य द्वार पर तिल धरने की जगह नहीं रही।
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