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Shimla: बर्फबारी से 91 सड़कें रहीं बंद, 540 रूट बाधित- सड़कों पर जाम हुआ आम
शिमला। न्यू ईयर से पहले हिमाचल में हुई बर्फबारी (Snowfall) से पर्यटकों के चेहरे तो खिल गए हैं, वहीं बर्फबारी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बर्फबारी का लुत्फ उठाने को पर्यटक (Tourist) रिज और मालरोड पर जमा हो गए। इस कारण मालरोड पर सुबह ही भीड़ उमड़ गई। पर्यटकों ने रिज और मालरोड पर बर्फबारी का आनंद उठाया। बर्फबारी के चलते कई सड़क मार्ग बंद हो गए हैं। राजधानी शिमला की बात करें तो बर्फबारी के कारण 91 सड़कें बंद रहीं। इस कारण करीब 540 रूट बाधित हो गए। हालांकि, पीडब्ल्यूडी (PWD) ने दोपहर बाद तक कुछ सड़कें बहाल कर दीं हैं। फिर भी जिले में निजी व परिवहन निगम के 125 रूट (Bus Route) शाम तक बाधित रहे। सड़कों पर फिसलन होने से बार-बार जाम की स्थिति पैदा होती रही। यहीं नहीं बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है। आज चौपाल में 20, रोहडू व जुब्बल में 197, कोटखाई में 157, टिक्कर में 56, रामपुर में 75 व कुमारसैन में 56 ट्रांसफार्मर जल गए हैं। शिमला (Shimla) शहर में आज दूध व ब्रेड की सप्लाई भी देरी से पहुंची है। यहां तक कि ऊपरी शिमला के लिए दूध व ब्रेड की सप्लाई शाम तक ही हो पाई है।
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रामपुर की बात करें तो एचआरटीसी रामपुर (HRTC Rampur) डिपो में 29 रूट प्रभावित हुए हैं, जबकि शिमला ग्रामीण में 14 रूट बाधित रहे। शिमला लोकल में सुबह सभी रूट बाधित रहे हैं। प्रशासन के प्रयासों के बाद 12 बजे तक शिमला शहर ने फिर रफ्तार पकड़ी। छोटे वाहन सड़कों पर सावधानी से चलते रहे, एचआरटीसी व निजी बसें नहीं चल पाईं। इस कारण लोगों को गंतव्य तक पैदल पहुंचना पड़ा। शिमला में कहीं कहीं बर्फ में फंसे वाहनों को पुलिस कर्मियों और लोगों की मदद से निकाला गया। ऊपरी शिमला में बर्फबारी से जनजीवन रुक गया है। हालांकि, प्रशासन ने सुबह से ही सड़कों को खोलने के प्रयास जारी कर दिए थे पर मौसम (Weather) की बेरूखी के चलते शाम तक बसें नहीं चल पाईं। रामपुर व रोहडू (Rohru) के लिए बसें वाया बसंतपुर भेजनी पड़ी हैं। मशोबरा में बर्फबारी के कारण सड़कों पर फिसलन के चलते भारी जाम देखने को मिला।
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कुफरी, नालदेरा, ठियोग व अन्य क्षेत्रों में करीब एक से डेढ़ फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है। सोमवार सुबह भी बर्फबारी जारी रही। बर्फ गिरने से सड़क पर फिसलन बढ़ गई। कुफरी, नारकंडा मार्ग पर फिसलन अधिक होने से पर्यटकों सहित कई सामान ढुलाई के वाहन फंस गए। कुफरी मार्ग पर ही करीब 22 वाहन फंस गए। वाहनों को पुलिस कर्मियों की सहायता से निकाला गया। बर्फबारी से उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए नगर निगम शिमला के आयुक्त और संयुक्त आयुक्त फिल्ड में उतरे। उन्होंने राहत कार्यों का जायजा लिया। अस्पतालों के मार्गों को प्राथमिकता से खोला गया।
डीसी शिमला (DC Shimla) आदित्य नेगी ने आज यहां बताया कि जिला में बर्फबारी के कारण सभी मुख्य मार्गों को दोपहर तक यातायात के लिए बहाल कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि स्वयं उन्होंने ठियोग व शिमला शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि ठियोग-खड़ा पत्थर-जुब्बल, नारकंडा-ओडी-कुमारसैन, देहा-खिड़की-चैपाल तथा अधिक बर्फ वाले अन्य क्षेत्रों की मुख्य सड़कों को यातायात के लिए सुचारू किया गया था। उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में कुछ सम्पर्क मार्ग अधिक बर्फबारी होने के कारण अभी भी यातायात के लिए अवरूद्ध है, जिन्हें जल्द बहाल कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला के अधिकांश क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सामान्य रही तथा कुछ क्षेत्रों में आंशिक रूप से बाधित विद्युत आपूर्ति को तुरन्त ठीक कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जिला के सभी क्षेत्रों में जलापूर्ति सामान्य रही। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को बर्फबारी से निपटने के लिए सभी तैयारियों के साथ तत्पर रहने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति से तुरन्त निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
कुल्लू जिला में भारी बर्फबारी से औट- लुहरी नेशनल हाईवे में यातायात ठप
कुल्लू जिला में बीती रात ऊंची पहाड़ियों के सातों चक्र आमिर क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई है, जिसके चलते कुल्लू (Kullu) जिला में एक बार फिर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है, जिसके चलते शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है। वहीं औट- लुहरी नेशनल हाईवे 305 में जलोड़ी दर्रे पर भारी बर्फबारी के चलते यातायात (Traffic) ठप हो गया, जिसमें आउटर सिराज की 58 पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। वहीं, ऊंचे ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बर्फ़बारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यातायात, बिजली, पेयजल सप्लाई प्रभावित हुई है। ऊंचे क्षेत्रों में लोगों को गणतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल सफर करना पड़ा। पर्यटन नगरी मनाली के आसपास के क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी से पर्यटकों के चहरे खिल गए हैं और नए साल के लिए कुल्लू, मनाली, मणिकर्ण व कसोल में हजारों पर्यटक पहुंचे हैं। कुल्लू जिला में ऊंचे ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से किसानों-बागवानों के चेहरे पर रौनक लौटी है। समय-समय पर हो रही बारिश वबर्फबारी से किसानों-बागवानों को अच्छी फसल की उम्मीद जगी है।
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