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Somdutt Battu: हिमाचल के कलाकार को पद्मश्री पुरस्कार, कांगड़ा है जन्मभूमि
नेशनल डेस्क। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) के रहने वाले सोमदत्त बट्टू (Somdutt Battu) को इस साल पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) से सम्मानित किया जाएगा। लोक संगीत, शास्त्री गायन तथा सुगम गायन में देश सहित विदेशों में धूम मचाने वाले प्रो. सोमदत्त बट्टू को इससे पहले कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर गुरुवार शाम को पद्मश्री पुरस्कारों का ऐलान किया गया। इस बार 132 विभूतियों को पद्मश्री से नवाजा जाएगा। इनमें 5 को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 110 को पद्मश्री से नवाजा जाएगा। पुरस्कार पाने वालों में 30 महिलाएं शामिल हैं।
पंजाब संगीत रत्न और गौरव पुरस्कार से हुए हैं सम्मानित
संगीत के सेवानिवृत्त प्राध्यापक सोमदत्त बट्टू को कला (Art) के क्षेत्र में विशिष्ठ योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। आपको बता दें कि 86 वर्षीय सोमदत्त बट्टू का जन्म 5 जुलाई, 1937 को इनके ननिहाल कांगड़ा के जसूर में हुआ। अभी वह शिमला के ब्योलिया के रहने वाले हैं। उनकी आरंभिक शिक्षा घर से शुरू हुई। इनके पिता रामलाल बट्टू प्रसिद्ध श्याम चौरसिया घराने से संबंधित थे। सोमदत्त शिमला के कोटशेरा कॉलेज से संगीत प्राध्यापक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। 2016 में हिमाचल सरकार ने इन्हें हिमाचल गौरव, 2015 में पंजाब यूनिवर्सिटी ने इन्हें पंजाब संगीत रत्न पुरस्कार दिया। अपनी कला के लिए मशहूर सोमदत्त बट्टू को राज्य स्तरीय समारोह में सीएम वीरभद्र सिंह ने हिमाचल गौरव पुरस्कार से नवाजा था।