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हिमाचल: 108 और 102 कर्मियों को 10 साल की सेवा का मिला इनाम, कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता
ऊना। हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं में अहम कड़ी बन चुकी 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में 10 साल तक काम करने वाले कर्मचारियों को हतप्रभ कर देने वाला इनाम मिला है। ऊना (Una) जिला में स्वास्थ्य सेवाओं का अभिन्न अंग बन चुकी 108 और 102 एंबुलेंस (108 and 102 Ambulance) सेवा में सालों से कार्यरत कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटकती नजर आ रही है। जिला में स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services) के इस बेड़े में 15 गाड़ियां शामिल हैं। जबकि जीवीके कंपनी के तहत चल रही इस एंबुलेंस सेवा में जिला भर में 50 कर्मचारी तैनात किए गए थे। अब जबकि नई कंपनी ने इस एंबुलेंस सेवा का जिम्मा संभाला है तो मात्र कुछ कर्मचारियों को ही नौकरी के ऑफर लेटर दिए गए हैं। 10 साल से कार्यरत कर्मचारियों को नई कंपनी द्वारा पूरी तरह से अनदेखा किया गया है। जिसके चलते कर्मचारी सकते में आ गए हैं।
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10 सालों तक काम करने वाली ईएमटी (EMT) ज्योति का कहना है कि एंबुलेंस सेवाओं में डीसी राघव शर्मा द्वारा भी हाल ही में उन्हें पुरस्कृत किया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने कर्तव्य निर्वहन में कभी भी कोताही नहीं बरती, लेकिन अब नई कंपनी द्वारा एंबुलेंस सेवा का चार्ज संभालने के बाद जिला के 7 फार्मासिस्ट और 2 पायलट को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया है। उन्होंने कंपनी के इस व्यवहार पर हैरानी जताई है। उत्कृष्ट सेवाओं का सम्मान प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को एकाएक नौकरी से बाहर कर दिया जाना, खुद उनकी और अन्य कर्मचारियों की भी समझ से परे होता जा रहा है। इन कर्मचारियों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है कि कंपनी प्रबंधन से बात करते हुए मसले का हल निकाला जाए। उन्होंने कहा कि नौकरी चले जाने के कारण उनके परिवारों का पालन पोषण भी मुश्किल हो जाएगा।
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