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श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा में विकृत रीढ़ की हड्डी का होगा इलाज, डॉ रोहित काले ने की सफल सर्जरी
कांगड़ा। हिमाचल के जिला कांगड़ा में स्थित श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा में अब विकृत हो रही रीड़ की हड्डी की सर्जरी कर उसे सीधा किया जा सकता है। जी हां रीड़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं का अब श्रीबालाजी हॉस्पिटल में उपचार हो सकेगा। इस बीमारी का उपचार श्रीबालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा के वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर रोहित काले (Orthopedic Surgeon Dr Rohit Kale) करेंगे। डॉक्टर रोहित काले ने बताया कि रीढ़ की हड्डी में होने वाला टीबी ठीक होने के बाद भी रीढ़ की हड्डी में विकृति पैदा कर देता है, जिसके चलते रीढ़ की हड्डी अनेक जगह से मुड़ जाती है तथा इंसान के शरीर को विकृत बना देती है। मेडिकल भाषा में इसे “काइफोसिस” कहते हैं। मुड़ चुकी रीड़ की हड्डी को एक जटिल सर्जरी द्वारा सीधा किया जा सकता है। वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर रोहित काले ने बताया कि यह सब श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा (Shree Balaji Hospital Kangra) के सीएमडी डॉक्टर राजेश शर्मा के प्रयासों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा जनपद का एकमात्र निजी हॉस्पिटल है, जहां इस तरह के ऑपरेशन संभव हुए हैं। इसके पीछे श्री बालाजी हॉस्पिटल में आवश्यक उपकरणों की उपलब्धतता है।
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डॉ राजेश बोले: श्री बालाजी हॉस्पिटल में मरीजों को मिलेगी बेहतर सुविधा
वहीं श्रीबालाजी हॉस्पिटल के सीएमडी डॉक्टर राजेश शर्मा (Dr Rajesh Sharma, CMD, Shree Balaji Hospital) ने बताया कि काइफोसिस की सर्जरी में समय लगता है, अत: इस सर्जरी में धैर्यए अनुभव और अत्यंत सावधानी की जरूरत है, डॉक्टर रोहित काले को ऐसी सर्जरी का अनुभव है। अब इनके अनुभव का लाभ कांगड़ा जनपद के मरीज़ भी ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की बीमारी के लिए पहले लोगों को बाहरी राज्यों का रूख करना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें अब बाहरी राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। श्रीबालाजी हॉस्पिटल में इसका सफल इलाज (Successful Treatment) हो सकेगा। डॉ राजेश शर्मा ने अपने पूज्य पिता स्वर्गीय बालकृष्ण शर्मा जी को याद करते हुए कहा कि उनकी इच्छा थी की कांगड़ा वासियों को स्थानीय स्तर पर कम लागत पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का इलाज मिल सके। आज काइफोसिस की सफल सर्जरी इसी सफलता की और बढ़ाया गया एक कदम है।
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बुजुर्ग महिला ने सांझा किए अपने अनुभव
वहीं इस दौरान डॉक्टर काले के सफल इलाज से ठीक हो चुकी बजुर्ग महिला ने सर्जरी के दौरान अपने अनुभव भी सांझा किए। महिला ने बताया कि पहले मुझे डर था, कई महीनों से टीबी की दवा खा रही थी, उसी दौरान मेरी रीढ़ की हड्डी में विकार होने से मेरा शरीर आगे की तरफ मुड़ने लगा। जिसका डॉक्टर रोहित काले ने सफल इलाज कर मुझे राहत प्रदान की। महिला ने डॉक्टर रोहित काले और और श्री बालाजी हॉस्पिटल के सीएमडी डा राजेश शर्मा का धन्यवाद किया जिनकी बजह से ही उसे नई जिंदगी मिली।