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कांगड़ा। हिमाचल में ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित 73 साल के बुजुर्ग की सफलतापूर्वक सर्जरी कर उसे नया जीवन देकर श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा (Shree Balaji Hospital Kangra) ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। यह जानकारी देते हुए श्री बालाजी हॉस्पिटल के सीएमडी डॉ राजेश शर्मा (Dr Rajesh Sharma) ने बताया कि हॉस्पिटल के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर प्रवीण ठाकुर (Neuro Surgeon Dr Praveen Thakur) ने इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक कर प्रदेश में इस तरह के रोग से पीड़ितों को एक नई राह दिखाई है। बता दें कि श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा में एक 73 साल के बुजुर्ग में क्रिकेट बॉल के आकार का ब्रेन ट्यूमर निकालने की सफलतापूर्वक सर्जरी कर जान बचाई गई। जिसके बारे में वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर प्रवीण ठाकुर ने बताया कि ट्यूमर (Tumor) को निकालने में करीब 6 घंटे तक क्रिटिकल न्यूरो माइक्रोस्कोपिक सर्जरी (Neuro Microscopic Surgery) चली। ट्यूमर निकालने की सर्जरी अत्यंत चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि ट्यूमर निकालते समय मस्तिष्क की पतली धमनियों को इस सर्जरी से नुकसान हो सकता था। ये धमनिया ट्यूमर के नीचे आ गई थीं।
श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा के न्यूरो डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर प्रवीण ठाकुर ने कहा की बुजुर्ग के मष्तिक के बाएं साइड में बड़े पैमाने पर ट्यूमर होने से मरीज़ को शरीर के दायें हिस्से में फालिज मार गया था। क्योंकि ट्यूमर रक्त के प्रवाह को रोक रहा था, हमने ट्यूमर को निकालने के लिए माइक्रोस्कोपिक सर्जरी की। यह एक कठिन और मुश्किल केस था, क्योंकि मस्तिष्क की प्रमुख धमनियां ट्यूमर के नीचे दब गईं थीं। ये धमनियां खून को मस्तिष्क के शेष भाग में पहुंचाती हैं। हमें सर्जरी के दौरान उन धमनियों को सुरक्षित रखना था। जिससे मस्तिष्क का बचा हुआ हिस्सा काम करता रहे। श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा के सीएमडी डॉक्टर राजेश शर्मा (Dr Rajesh Sharma, CMD Shree Balaji Hospital Kangra) ने कहा कि इस तरह की जटिल न्यूरो सर्जरी के साथ समस्त ट्रामा सर्जरी की सुविधा प्रदेश के निजी हस्पतालों में केवल श्री बालाजी हॉस्पिटल कांगड़ा में ही उपलब्ध हैं। इस दौरान डॉक्टर राजेश शर्मा, डॉक्टर सत्य बंधू सूद, प्रशासक एवं वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ श्री बालाजी हॉस्पिटल और डॉक्टर प्रवीण ठाकुर वरिष्ठ न्यूरो सर्जन मौजूद रहे।
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