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हमीरपुर में एकजुटता का पाठ पढ़ाने चली कांग्रेस के मंच को सुक्खू ने दिखाई पीठ
Last Updated on August 7, 2021 by Vishal Rana
हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस (Congress) में कहल की कलई एक बार फिर खुल गई। इस बार हमीरपुर (Hamirpur) इसका केंद्र बना। दरअसल, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (Raja Virbhadra Singh) के देहांत के बाद कांग्रेस खुद को एकजुट दिखाने के लिए हमीरपुर में एकत्रित हुई, लेकिन हमीरपुर कांग्रेस ही बिखरी- बिखरी नजर आई। बड़े तामझाम के साथ प्रदेश कांग्रेस ने कार्यकर्ता सम्मेलन रखा। मानों की इस दम पर वे सामने के तीनों विधानसभा उपचुनाव (by election) तो जीतेंगे ही, साथ ही साथ 2022 के लिए हुंकार भी हमीरपुर की धरती से फूंकेंगे। लेकिन सियासी बिसात पर कांग्रेस के मोहरे एक दूसरे को निपटाने में जुटे हुए हैं।
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क्या है पूरा माजरा?
हमीरपुर में सात अगस्त यानी आज प्रदेश कांग्रेस के सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस आयोजन के जरिये कांग्रेस खुद को जनता के सामने पेश करने आई। लेकिन कार्यकर्ता समेत मीडिया की निगाहें नादौन से कांग्रेस विधायक सुखविंद सिंह सुक्खू को ढूंढने में लगी रही। लेकिन सुक्खू कहीं नजर नहीं आए। जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया। सूत्रों की माने तो हमीरपुर कांग्रेस में सुक्खू और एक कांग्रेस विधायक के बीच शह-मात का खेल जारी है। जिसकेचलते सुक्खू इस कार्यक्रम में नजर नहीं आए।
तीन दर्जन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया कांग्रेस ज्वाइन
कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान हमीरपुर सहित कांगड़ा, बिलासपुर और ऊना जिले के करीब तीन दर्जन लोंगों ने बीजेपी (BJP) का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है। वहीं, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौड़ (Kuldeep Singh Rathor) ने कहा कि चार साल में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) अफसरों पर पकड़ नहीं बना पाए हैं। मुख्य सचिव को जिस ढंग से निकाला गया है। इसका बीजेपी को आगामी चुनावों में जबाव जरूर मिलेगा। वहीं, राठौड़ ने उपचुनाव के मद्देनजर उन्होंने कार्यकर्ताओं को कई टिप्स दिये। वहीं, कांग्रेस प्रदेश सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली (Gurkirat Singh Kotli) ने कहा कि प्रदेश में चार उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तैयारी कर रही है। जिसके तहत सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार उप चुनाव करवाने में डर रही है। इसलिए चुनावों की घोषणा नहीं कर पा रही है।
धमकियों से डरने वाले नहीं हैं हम
खालिस्तान (Khalistan) से मिल रही धमकियों पर गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों के द्वारा लोगों को डराने के लिए काम किया जा रहा है। पंजाब के साथ लगते हिमाचल में भी धमकियां दी जारी रही है। जिन्हें सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोग भी खालिस्तान की धमकियों से डरने वाले नहीं है। गुरकीरत सिंह ने कहा कि देश ने दो प्रधानमत्रियों के अलावा एक मुख्यमंत्री को खोया है, लेकिन अब बार-बार इनकी धमकियों से डरने वाले नहीं है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लानी चाहिए।