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एक्शन में सुक्खू सरकार: बिजली बोर्ड के 42 कार्यालयों में जड़ा ताला, किए डिनोटिफाई
शिमला। हिमाचल में कांग्रेस की सरकार (Congress Govt) बनते ही सीएम सुखविंदर सुक्खू (CM Sukhwinder Sukhu) एक्शन मोड में आ गई है। सुक्खू की सरकार ने पूर्व जयराम सरकार द्वारा खोले गए दफ्तरों को बंद करने की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में आज यानी मंगलवार को प्रदेश सरकार ने हिमाचल में बिजली बोर्ड (Electricity Board) के 42 कार्यालयों में ताला जड़ दिया है।
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यह सभी कार्यालय अप्रैल 2022 के बाद खोले गए थे। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इन सभी को डिनोटिफाई (Denotified) कर दिया और इन कार्यालयों में ताले जड़ दिए। डिनोटिफाई किए गए कार्यालयों में 3 सर्किल ऑफिसए 12 विद्युत मंडलए 17 विद्युत सब डिविजन लेवल के दफ्तर हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इन सभी कार्यालयों को बंद करने कारण बिना आवश्यक संस्थान जुटाना और बजट के बगैर खोला जाना बताया है। वहीं राज्य की बिजली बोर्ड़ कर्मचारी यूनियन (Electricity Board Employees Union) ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि ज्यादातर दफ्तर राजनीति लाभ के लिए खोले गए है। इससे बोर्ड पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ बड़ेगा।
पूर्व बागवानी मंत्री के क्षेत्र में डिप्टी डायरेक्ट हॉर्टिकल्चर दफ्तर पर भी जड़ा ताला
सुक्खू की सरकार ने इसी तरह से बीते रोज सोमवार शाम को पूर्व बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Former Horticulture Minister Mahendra Singh Thakur) के धर्मपुर चुनाव क्षेत्र में खोले गए डिप्टी डायरेक्टर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हॉर्टिकल्चर (Deputy Director Center of Excellence Horticulture) सिद्धपुर कार्यालय पर भी ताला जड़ दिया था। डिप्टी डायरेक्टर समेत इस दफ्तर का पूरा स्टाफ बागवानी निदेशालय शिमला बुला लिया गया है। पूरी तरह फंक्शनल दफ्तर बंद करके सुखविंदर सुक्खू सरकार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। यह संकेत है कि आगामी दिनों में शिक्षा, स्वास्थ्य, वन, राजस्व इत्यादि विभागों के दफ्तर भी बंद किए जा सकते हैं।