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हिमाचल: स्कूल का किया औचक निरीक्षण, गायब मिला कार्यकारी हेडमास्टर; किया सस्पेंड
Last Updated on September 24, 2022 by saroj patrwal
कुल्लू। स्कूल से अनुपस्थित रहना एक शिक्षक को भारी पड़ गया। औचक निरीक्षण पर आए अधिकारी ने शिक्षक जो स्कूल का कार्यकारी हेडमास्टर भी है को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। मामला स्पीति (Spiti) के राजकीय उच्च विद्यालय डेमुल का है। स्कूल में सात शिक्षकों (Teachers) में पांच शिक्षकों के छुट्टी पर जाने का मामला सामने आया है। इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब एडीसी (ADC) अभिषेक वर्मा औचक निरीक्षण (surprise Inspection) करने के लिए स्कूल पहुंचे। इस दौरान स्कूल के कार्यकारी हेड मास्टर छेरिंग दोरजे स्कूल में अनुपस्थित पाए गए। जब स्कूली रिकॉर्ड की जांच की गई तो पता चला कि उन्होंने कोई अवकाश भी नहीं लिया था। यही नहीं स्कूल (School) में कुल सात शिक्षकों में से मात्र दो शिक्षक ही स्कूल में उपस्थित मिले। इसके अलावा स्कूल में एक भी विद्यार्थी मौजूद नहीं था। अटेंडेक्स रजिस्टर में कार्यकारी हेडमास्टर छेरिंग दोर्जे 22 और 23 सितंबर की उपस्थिति नहीं थी। इसके साथ ही स्कूल में टीजीटी आर्ट्स लोबजंग डोलमा और दोरजे संडूप टीजीटी मेडिकल भी अनुपस्थित पाए गए।
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वहीं जब एडीसी अभिषेक वर्मा ने स्कूल में और निरक्षण किया तो पता चला कि कुछ दिनों से स्कूल में मिड डे मील का खाना भी नहीं बन रहा था। खाना बनाने वाला स्टाफ भी अनुपस्थित था। इसके साथ ही किचन पर भी ताला लटका हुआ था। जांच में पता चला कि स्कूल में मिड डे मील (Mid Day Meal) नहीं बनाया जा रहा है और बच्चों को दोपहर का खाना खाने के लिए घर भेज दिया जाता है। मौके पर मौजूद शिक्षक ने बताया कि गैस सिलेंडर खत्म होने के चलते स्कूल में मिड डे मील का खाना नहीं बन रहा है। वहीं एडीसी अभिषेक ने बताया कि कार्यकारी हेड मास्टर छेरिंग दोरजे के घर फोन किया गया तो फोन उनकी बेटी और बहन ने उठाया। जिसमें किसी ने यह नहीं बताया कि कोई मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) के चलते शिक्षक स्कूल नहीं आ पाए। ऐसे में बिना किसी सूचना के स्कूल में अनुपस्थित रहने पर उक्त शिक्षक के खिलाफ कारवाई अमल में लाई गई। कार्यकारी हेड मास्टर छेरिंग दोरजे को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। आगामी करवाई तक उक्त शिक्षक एसडीएम ऑफिस काजा में रहेगा। बिना अवकाश के शिक्षक स्थान नहीं छोड़ेगा अन्यथा अनुशासनात्मक करवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इस मामले में स्थानीय नंबरदार पंचायत प्रधान ने बताया कि उक्त शिक्षक इससे पहले भी इस तरह का व्यवहार कर चुका है। शिक्षक कभी भी स्कूल में नियमित नहीं मिलते हैं।
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