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हर दिन क्यों लगाया जाता है अलग-अलग किस्म का तिलक, यहां जानिए
हमारे सनातन धर्म (Sanatan Dharm) में देवी-देवताओं के पूजन के बाद अकसर तिलक लगाया जाता है। सनातन धर्म में तिलक (Tilak) लगाना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। यह भी है कि अलग-अलग देवी-देवताओं (Gods and Goddesses) के लिए अलग-अलग प्रकार से तिलक लगाया जाता है। इसका उदाहरण है कि शिव की आराधना के लिए भस्म का तिलक लगाया जाता है। वहीं भगवान विष्णु की आराधना के लिए पीले चंदन का तिलक लगाया जाता है। तिलक हमेशा देवी-देवताओं के श्रृंगार के लिए प्रयोग किया जाता है। वहीं यह तिलक सनातन धर्म में एक प्रसाद के रूप में माना गया है। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर माथे पर तिलक क्यों लगाया जाता है। इसके लाभ क्या हैं और तिलक कैसे लगाया जाता है।
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बहुधा तिलक हमेश स्नान करने और ध्यान करने के दौरान (while taking a bath and meditation) ही लगाया जाता है। स्नान-ध्यान करने के बाद तिलक उत्तर दिशा की ओर मुख करके दोनों भोहौं पर लगाया जाता है। हमेशा ईश्वर को तिलक अनामिका अंगुली से लगाया जाता है वहीं यदि स्वयं को तिलक लगाना हो तो मध्यमा या अंगूठे से लगाना चाहिए। वहीं पूजा-पाठ के बाद माथे पर तिलक लगाने से भगवान की कृपा बनी रहती है। इससे शुभ प्रभाव होते हैं और मन भी शांत रहता है। आज्ञा चक्र पर तिलक लगाने से शांति और सकारात्मकता बनी रहती है। यही वजह है कि हिंदू धर्म से जुड़े शैव, वैष्णव और शाक्त परंपरा से जुड़े सभी व्यक्ति पूजा के दौरान इसे बड़ी आस्था और विश्वास के साथ धारण करते हैं। पूजा में प्रयोग लाया जाने वाला तिलक को न सिर्फ माथे पर बल्कि सिर, गले, दोनों बाजू, हृदय स्थल, नाभि, पीठ, आदि पर भी लगाया जाता है।
वहीं सोमवार को महादेव और चंद्र देवता का आशीर्वाद पाने के लिए तिलक लगाया जाता है। इस दिन सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए। मंगलवार को हनुमान और मंगल देवता का आशीर्वाद पाने के लिए तिलक लगाया जाता है। इस दिन लाल चंदन या सिंदूर का तिलक (Tilak of red sandalwood or vermilion) लगाना चाहिए। बुधवार को भगवान श्री गणेश की कृपा पाने के लिए सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। वीरवार को बृहस्पति और भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए पीले चंदन या केसर का तिलक लगाना चाहिए। शुक्रवार को देवी दुर्गा की कृपा पाने के लिए रोली, लाल चंदन का तिलक लगाना चाहिए। शनिवार को शनिदेव की कृपा पाने के लिए भस्म का तिलक लगाना चाहिए और रविवार को भगवान सूर्य का आशीर्वाद पाने के लिए लाल चंदन या रोली का तिलक लगाना चाहिए।