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दुनिया के इन देशों में पहली जनवरी को नहीं मनाते New year, जानें क्या है कारण
नया साल 2021 आने में कुछ की घंटे शेष है। हर कोई नए साल का इंतजार कर रहा है। कोरोना के चलते हालांकि नया साल कुछ पाबंदियों के साथ मनाया जा रहा है लेकिन सभी यह चाहते हैं नया साल सभी के लिए खुशियां लेकर आएं। लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां पर 1 जनवरी को नए साल का जश्न (New Year Celebration Date) नहीं मनाया जाता है। इनमें भारत का एक राज्य भी शामिल है। चलिए आप को बताते हैं दुनिया के उन देशों के बारे में, जहां 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाया जाता है।
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सबसे पहले अपने देश की बात रते हैं। भारत में वैसे तो नए साल पर खूब जश्न मनाया जाता है, लेकिन तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है, जहां पर नए साल के जश्न की कोई तारीख तय नहीं है। तमिलनाडु के लोग पोंगल (Pongal) पर खूब जश्न मनाते हैं। यहां पर 1 जनवरी के बजाय पोंगल के दिन हर कोई आपको जश्न में डूबा नजर आएगा
जापान (Japan) में भी 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाया जाता है। जापान में 5 जनवरी को नए साल का जश्न मनाया जाता है। यहां पर पहले 20 जनवरी से 19 फरवरी तक नया साल सेलिब्रेट किया जाता था।
ईरान (Iran) में नया साल सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने वाले दिन मनाया जाता है। ईरान में इसे नौरोज (Nowroz) कहा जाता है। ईरानी लोग नौरोज में ही नए साल का जश्न मनाते हैं। नौरोज ज्यादातर मार्च के महीने में आता है।
म्यांमार (Myanmar) में 1 जनवरी को नए साल का जश्न नहीं मनाया जाता है। यहां पर लोग 13 से 15 अप्रैल के बीच नया साल सेलिब्रेट करते हैं। यहां नए साल के जश्न को तिजान (Tijan) कहा जाता है. यहां के लोग तिजान पर जमकर जश्न मनाते हैं।
थाईलैंड में भी पहली जनवरी को नए साल पर कोई जश्न नहीं होता। यहां पर 12 से 15 अप्रैल के बीच नए साल का जश्न मनाया जाता है। यहां के लोग अप्रैल में धूमधाम से नए साल का स्वागत करते हैं।