-
Advertisement
MONSOON SUPERFOODS: क्या ये प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ आपके मानसून आहार का हिस्सा हैं?
मानसून अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। मानसून के दौरान दस्त, पेट खराब, फ्लू, खांसी, बुखार और फंगल संक्रमण का खतरा बहुत अधिक होता है। इस मौसम में बाहर के खाने से परहेज करना चाहिए और ताजा पका हुआ खाना ही खाना चाहिए। मानसून में स्वस्थ रहने के लिए आप अपने आहार में मक्का, अंडे, मौसमी फल और अदरक को शामिल कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें- Hairfall से हैं परेशान? घबराएं नहीं डाइट में शामिल करें यह चीज़ें होगा फायदा
मक्के के दाने: मानसून के मौसम में बाजार में छिलका या मक्का बहुत आम है। ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। मकई में फाइबर होता है जिससे कब्ज नहीं होता है। इसमें फैट नहीं होता है इसलिए इसे खाने से आप मोटे नहीं होंगे। इसमें विटामिन बी1, बी9 और विटामिन सी होता है। अगर आप अपने दैनिक आहार में मकई की गुठली को शामिल करते हैं, तो आपकी आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। लेकिन सावधान रहें मधुमेह रोगियों इसका सेवन नहीं करना चाहिए ।
अंडे: अंडे प्रोटीन से भरपूर होते हैं। अगर इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ हमारी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। अंडे में विटामिन ए, डी और बी1 होता है। अंडा हमारी हड्डियों को भी मजबूत करता है।
मौसमी फल : बरसात के मौसम में बाजार में जामुन, आलू, चेरी, नाशपाती और सेब मिलते हैं। ये सभी फल हमें बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं और हमारे स्वास्थ्य को भी स्वस्थ रखते हैं। इस मौसम में तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिए। फल आसानी से पच जाते हैं और सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। सेब फाइबर से भरपूर होता है जो हमारे पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। मधुमेह रोगी भी जामुन आसानी से खा सकते हैं। इसमें कैलोरी भी बहुत कम होती है।
सत्तू : पेट फूलना और अपच जैसी समस्याओं में सत्तू बहुत उपयोगी माना जाता है। मानसून में पेट के रोग बहुत परेशानी का कारण बनते हैं। ऐसे में सत्तू का नियमित सेवन सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। सत्तू में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम और कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
अदरक हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जो हमें मानसून में मौसमी बीमारियों से बचाता है। अदरक एंटीऑक्सीडेंट(ANT-OXIDANTS) से भरपूर होता है जो सर्दी, गले की खराश और खांसी में बहुत उपयोगी होता है। इसका उपयोग चाय, काढ़ा और सब्जियां बनाने के लिए भी किया जा सकता है।