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कपूरथला। पंजाब में जहरीली शराब पीने से 123 लोगों की मौत के बाद अब मछलियां भी इसकी शिकार हुई हैं। इन बेजुबानों की मौत कुछ शराब तस्करों की वजह से हुई है। कपूरथला जिले (Kapurthala District) में कुछ जगह तस्करों ने पुलिस कार्रवाई के डर से लाहन और जहरीली शराब सतलुज नदी (Sutlej River) में बहा दी। तस्करों ही नहीं बल्कि पुलिस ने भी कई जगहों पर बरामद लाहन व जहरीली शराब को सतलुज नदी में बहा दिया। इस लापरवाही से सतलुज का पानी दूषित हो गया है और ऑक्सीजन की कमी के कारण हजारों मछलियां मर गई हैं।
गिद्दड़पिंडी के साथ लगते गांव फतेहपुर, भगवा, पिपली, मंडाला और छन्ना आदि से गुजरती सतलुज में मछलियां और अन्य जीव मर रहे हैं। आसपास के गांवों के लोगों का कहना है कि शराब माफिया और पुलिस दोनों जहरीली शराब (Poisonous liquor) दरिया में बहाने के लिए जिम्मेदार हैं। गांव पिपली के बघेल सिंह और मंडाला बख्शीश सिंह का कहना है कि शराब माफिया ज्यादातर सतलुज के किनारे अवैध शराब तैयार करने का धंधा करता है। जब भी उन्हें पुलिस की कार्रवाई का खतरा लगता है तो वे लाहन व जहरीली शराब को सतलुज में बहा देते हैं और खुद भाग जाते हैं।
सतलुज में लाहन और जहरीली शराब बहाने का मामला सामने आने के बाद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने उक्त गांवों का दौरा कर सतलुज दरिया की स्थिति का निरीक्षण किया। दरिया में हजारों मछलियां मर कर पानी के ऊपर आ रही हैं। संत सीचेवाल ने कहा कि सतलुज में पहले ही मात्र 1500 क्यूसिक पानी बह रहा है। इतने कम पानी में जहरीली लाहन बहाने से पानी बहुत ज्यादा दूषित हो गया है। संत सीचेवाल ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। इस घटना से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को अवगत करवा दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाएंगे।
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