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हिमाचल: चरस की खेप के साथ 540 शीशी कोडीन फॉस्फेट सिरप बरामद, तीन गिरफ्तार
मंडी / शिमला। हिमाचल के मंडी जिला में पुलिस ने 938 ग्राम चरस (Charas) के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार (Arrest) किया है। वहीं शिमला में दो लोगों को कोडीन फॉस्फेट सिरप की 540 शीशी के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। पहला मामला मंडी (Mandi) जिला के पुलिस थाना जंजैहली से सामने आया है। मामले में प्रदेश पुलिस की स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल कुल्लू की टीम ने चरस बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल की टीम सराज क्षेत्र के गांव सेगलू में मादक पदार्थ की चेकिंग के लिए नाकाबंदी पर मौजूद थी। इस दौरान रूटीन चेकिंग में निहाल सिंह पुत्र दर्शन गांव कासवाली डाकघर व तहसील थुनाग एक कैरी बैग लेकर आया। वहीं, निहाल सिंह के बैग की चेकिंग के दौरान पुलिस टीम को उससे 938 ग्राम चरस बरामद हुई। मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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इसी तरह से दूसरा मामला राजधानी शिमला (Shimla) से सामने आया है। यहां शिमला पुलिस ने दो लोगों को कोडीन फॉस्फेट सिरप (Codeine Phosphate Syrup) की 540 शीशी के साथ गिरफ्तार किया है। मामला कुपवी थाना में दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि आज सुबह करीब चार बजे पटाडा में एक कार की तलाशी लेने पर पुलिस टीम ने कार से 540 शीशी कोडीन फॉस्फेट सिरप बरामद की। मामले में कुपवी जिला शिमला के दो लोगों को गिरफ्तार (Arrest) किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी यह कोडीन फॉस्फेट सिरप की 540 शीशी कहां से लाएं हैं और कहां सप्लाई करनी थी।
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बता दें कि कोडीन फॉस्फेट सिरप खांसी की दवा है। पर कुछ युवा इसका प्रयोग नशे के तौर पर कर रहे हैं। यह शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है। कोरेक्स सिरप जैसे ही इस सिरप में अल्कोहल की मात्रा अधिक है। कोडीन एक कफ सिरप है, जिसे बिना डॉक्टर की सलाह के मरीज को नहीं दिया जाना चाहिए। यह प्रतिबंधित दवा है। इसके लिए प्रिस्क्रिप्शन अनिवार्य है। इसी के चलते कोडीन फास्फेट नामक पदार्थ मिश्रित कफ सिरप के परिवहन को नारकोटिक ड्रग व साइको टॉपिक सबस्टेंस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत अपराध माना जाता है।