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हिमाचल: भूस्खलन की चपेट में आई दो गौशालाएं, 6 गाएं 20 बकरियां जिंदा दफन
शिमला/मंडी। हिमाचल में आज यानी शनिवार के दिन की शुरूआत भारी बारिश (Rain) से हुई। प्रदेश के कई क्षेत्रों में देर रात से झमाझम बारिश हो रही है। इस बारिश से कई घर गौशाला (Cowsheds) और सड़कों को नुकसान हुआ है। बीती रात को मंडी जिला में दो भाईयों की दो गौशालाएं भूस्खलन (Landslide) की चपेट में आ गईं। इस हादसे में 6 दुधारु गाय और 20 बकरियां मलबे में जिंदा दब गई हैं। यह घटना द्रंग शकरयार के पंचायत वलवांद बुंगा गांव में बीती रात को हुई है। घटना में दो भाई चमन लाल और गायत्री दत्त को लाखों का नुकसान हुआ है। बता दें कि मौसम विभाग ने भी प्रदेश में भारी बारिश का(Rain Alert) अलर्ट जारी किया है। विभाग ने प्रदेश में तीन दिन तक भारी वर्षा और आंधी चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान भूस्खलन व बाढ़ का भी खतरा बन सकता है। ऐसे में सभी जिला प्रशासन ने लोगों को नदी नालों की तरफ ना जाने और विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी है।
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बता दें कि हिमाचल में बारिश अब तक खूब तबाही मचा चुकी है। मानसून (Monsoon) के पहले 38 दिनों में बाढ़, भीषण सड़क हादसों और भूस्खलन जैसी घटनाओं में अब तक 162 लोगों की जान जा चुकी हैए जबकि 298 व्यक्ति घायल हुए हैं। शिमला में सबसे ज्यादा 28 और कुल्लू जिला में 22 लोगों की जान गई। कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में बादल फटने के बाद बाढ़ में 5 और चंबा का एक व्यक्ति करीब एक माह से लापता है। इसके अलावा कई घर जमींदोज हो चुके हैं। बारिश अब तक प्रदेश को 612 करोड़ का चूना लगा चुकी है। प्रदेश भर मे मौसम की मार से लगभग 612 करोड़ की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति तबाह हो गई है। अकेले पीडब्ल्यूडी (PWD) की 325 करोड़ और जल शक्ति विभाग की 265 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हुई है।
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दर्जनों लोग हो चुके हैं बेघर
हिमाचल में मानसून की बारिश ने कई लोगों से आशियाना छिनकर उन्हें बेघर कर दिया है। प्रदेश भर में इस मानसून में 82 मकान जमींदोज हो गए हैं, जबकि 250 मकान को आंशिक नुकसान हुआ है। ऐसे घरों में लोगों की रातें दहशत में कट रही हैं। बारिश में 35 दुकानों, 7 लेबर शेड, 247 गौशालाएं और 14 घाट भी तबाह हुए हैं। जबकि अब तक 126 पालतू मवेशी काल का ग्रास बन चुके हैं।
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