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मंडी में भी ‘’सिल्कयारा’’; पंडोह के पास धंसी निर्माणाधीन दो टनलें, सब सुरक्षित
वी. कुमार/मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी (Mandi) में भी उत्तराखंड के सिलक्यारा (Silkyara Tunnel Tragedy) जैसा हादसा हो चुका है। लेकिन सौभाग्य से न कोई फंसा और न मलबे में दबा। हादसा पंडोह (Pandoh) के पास बन रही दो टनल के धंसने (Tunnel Collapsed) से पेश आया। लेकिन एक महीने बाद अब जाकर यह जानकारी सामने आई है। निर्माणकर्ता कंपनी भारी मशक्कत के बाद मलबा हटाने का काम कर रही है। आपको बता दें कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा में टनल धंसने से 42 मजदूर उसमें फंस गए थे। जब फंसे मजदूरों को निकालने की जद्दोजहद हो रही थी, तब मंडी जिला के पंडोह के पास भी दो निर्माणाधीन टनलें धंस गईं। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने मामले को दबा दिया। अब जाकर इसकी जानकारी सामने आई है।
मलबा हटाते ही गिर रहा है और मलबा
पंडोह डैम के साथ लगते डयोड में निर्माणाधीन दो टनलों में से एक टनल जिसे आरएचएस का नाम दिया है, 22 नवंबर को सुबह इसका 25 से 30 मीटर का हिस्सा सुबह करीब 4 बजे धंस गया। इसके बाद 6 दिसंबर को शाम के समय एचएलएच टनल का करीब 60 मीटर का हिस्सा धंस गया। दोनों हादसों में एक अच्छी बात यह रही कि टनल धंसने का अहसास पहले ही हो गया था और सभी लोग पहले ही सुरक्षित (Safely Evacuated) बाहर निकल गए थे। मलबा काफी ज्यादा मात्रा में गिरा हुआ है, जिसे हटाने का कार्य तो जारी है। मलबा हटाते हुए और भी मलबा गिर रहा है। ऐसे में मलबा हटाने के कार्य में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन दोनों टनलों की लंबाई लगभग 3-3 किलोमीटर की है।
दोनों टनलों का हो चुका ब्रेक थ्रू
दोनों टनलों के धंसने के कारण मजदूरों के अंदर फंसने की कोई संभावना नहीं थी, क्योंकि दोनों ही निर्माणाधीन टनलों का ब्रेक थ्रू (Break Through) हो चुका था। यानी टनलों के दोनों छोर आपस में मिल चुके थे। उत्तराखंड के सिलक्यारा में मजदूरों के अंदर फंसने की वजह ब्रेक थ्रू न होना ही था। लेकिन जो भारी भरकम मलबा गिरा उसके नीचे मजदूर दब जरूर सकते थे। यदि समय रहते टनल के धंसने का अहसास न हुआ होता और अचानक यह हादसा हुआ होता।
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मलबा हटाने का कार्य जारी
शाहपुरजी पलौनजी कंपनी के टीम लीडर आदर्श पन्होत्रा ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान इस प्रकार की घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने सेफ्टी के सभी मापदंडों (Safety Measures) का सख्ती से पालन किया है। जो मलबा गिरा है, उसे हटाने का कार्य जारी है। बता दें कि पंडोह बायपास टकोली प्रोजेक्ट का कार्य एफकॉन्स कर रही है और यह कार्य शाहपुरजी पलौनजी कंपनी की देखरेख में ही हो रहा है।