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ऊना पुलिस की फर्जी नशा निवारण केंद्र में छापेमारी, 33 मरीज रेस्क्यू; 6 के खिलाफ मामला दर्ज
ऊना पुलिस द्वारा नशा तस्करी (Drug Smuggling) और नशाखोरी के खिलाफ चल रहे सघन अभियान के तहत एक नशा निवारण केंद्र (Drug Prevention Center ) पर भी गाज गिरी है। हरोली उपमंडल के लोअर बढेड़ा गांव में पिछले लंबे अरसे से फर्जी (Fake) तरीके से चलाए जा रहे एक नशा निवारण केंद्र पर पुलिस टीम (Police Team) द्वारा छापेमारी की गई है। नशा निवारण केंद्र में कोई भी ऐसा वैध लाइसेंस या दस्तावेज पुलिस को बरामद नहीं हुआ जिसके तहत इस केंद्र को कोई सरकारी अनुमति प्रदान की गई हो। पुलिस ने इस नशा निवारण केंद्र के तीन पंजाबी मालिकों सहित एक स्थानीय और एक पंजाबी प्रबंधक और केंद्र में ही बतौर मरीज भर्ती हुए युवक के खिलाफ केस दर्ज करते हुए जांच को आगे बढ़ा दिया है।
इस केंद्र के खिलाफ पुलिस को लगातार मिल रही थी शिकायतें
बताया जा रहा है कि इस नशा निवारण केंद्र में भर्ती किए गए मरीजों (Patients) से 20 हज़ार रुपए प्रति व्यक्ति उपचार के नाम पर लिए जा रहे थे। छापेमारी (Raid) के दौरान पुलिस ने इस केंद्र में भर्ती किए गए 33 मरीजों को भी रेस्क्यू किया और इन सभी मरीजों को उनके परिजनों के हवाले करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस केंद्र के खिलाफ पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थी जिसके बाद पुलिस द्वारा मुकम्मल कार्रवाई के तहत छापेमारी को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि जिला में ऐसे किसी भी अवैध संस्थान को खोलने की किसी को भी छूट नहीं दी जाएगी।