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अफसरशाही के दबाव में सुबह वादे कर शाम को पलट रही जयराम सरकार : कांग्रेस
शिमला। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं विधायक अनिरुद्ध सिंह (All India Congress Committee secretary and MLA Anirudh Singh) ने हिमाचल प्रदेश की बीजेपी (BJP) सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार अफसरशाही की सरकार है। विधायक (MLA) ने शिमला में कहा कि जयराम सरकार में सारे फैसले अफसरशाही ही ले रही है। सरकार सुबह फैसले लेती है और शाम को पलट जाते हैं। जयराम सरकार ने अपने कार्यकाल में करीब 200 नोटिफिकेशन (200 Notifications) बदल डाली है।
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जयराम सरकार चुनाव के नजदीक आते ही भर्तियां निकाल रही है जबकि चुनावी आचार संहिता लगने को कुछ ही दिन बाकी है। सरकार को अब युवाओं की याद आ रही है। वहीं पेपर लीकेज मामले में भी युवाओं से धोखा किया गया। पुलिस कांस्टेबल भर्ती लीकेज मामले में पहले सरकार ने सीबीआई जांच की बात कही, मगर बाद में मुकर गई। उन्होंने कहा कि सरकार झूठे वादे कर लोगों को गुमराह कर रही है। हिमाचल में 69-एनएच (69-NH) बनाने की बात केंद्र की मोदी और जयराम सरकार ने की थी, लेकिन एक भी सड़क के लिए सर्वे तक नहीं करवाया गया। फोरलेन (Forelane) की भी यही कमोबेश यही स्थिति है। परवाणु शिमला फोरलेन के कैथलीघाट (Kaithlighat) से लेकर ढली तक के हिस्से पर अभी भी काम शुरू नहीं किया गया, जबकि इसके लिए बड़ी संख्या में लोगों को उजाड़ा गया। अब इसकी अलाइंमेंट ही बदल दी गई। सरकार सीमेंट कंपनियों पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है। यही वजह है कि हिमाचल में सीमेंट महंगा बेचा जा रहा है। जयराम सरकार ने कसुम्पटी से किया भेदभाव अनिरुद्ध सिंह ने जयराम सरकार पर कसुम्पटी विधानसभा हलके से भेदभाव करने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पांच सालों से जयराम सरकार ने उनके इलाके में कोई काम नहीं किया, उल्टे उनके शुरू किए कार्यों लटकाने का काम किया गया।
उन्होंने कहा कि कसुम्पटी (Kasumpti) में जो भी काम हुआ है वो विधायक प्राथमिकता और नाबार्ड की योजनाओं के तहत ही हुआ है। विधायक होने के नाते इस इलाके की 14 परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार किए, जिसमें 12 योजनाएं मंजूरी भी उन्होंने करवाई। इन परियोजनाओं में सरकार का कोई हाथ नहीं है। अनिरुद्ध सिंह ने शिमला में स्मार्ट सिटी के तहत के किए कार्यों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में सड़कों को चौड़ा करने के काम में गुणवतता का कोई ध्यान नहीं रखा। कसुपंटी से भेदभाव कर शिमला नगर निगम के तहत आने वाले कसुंपटी के वार्डो में एक भी काम स्मार्ट सिटी का नहीं किया। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि शिमला शहर में चौबीस घंटों पानी देने की 764 करोड़ रुपए की परियोजना पूर्व कांग्रेस सरकार ने मंजूर करवाई थीए मगर इसका काम अभी तक नहीं शुरू हुआ। हालात यह है कि आज शिमला में लोगों को कई दिनों तक पानी नहीं मिल रहा। पानी की शहर में राशनिंग लगातार की जा रही है।
विधायक ने कहा कि जयराम सरकार और भाजपा शासित नगर निगम शिमला शहर में लोगों को कोई नई पार्किंग (Parking) नहीं दे पाई। पूर्व सरकार के समय में एसडीए कॉम्प्लेक्स (SDA Complex) में पार्किंग बनाने का शिलान्यास किया गया था इसका दोबारा से शिलान्यास स्थानीय विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कर डाला। विकासनगर में पार्किंग का काम अब जाकर शुरू करवाया गया। उन्होंने कहा कि मल्याणा में बन रहे आईजीएमसी के फेज दो के काम को पूरा सरकार नहीं कर पाई, इसके लिए पूर्व सरकार ने धनराशि मंजूर की थी। इसके लिए अलग से वैकल्पिक सड़क बनाई जानी थी जो कि सरकार ने नहीं बनाई। अब इस आधे अधूरे काम का उद्घाटन करने की सरकार तैयारी कर रही है। इस मौके पर कांग्रेस कमेटी के महासचिव यशपाल तनाइक, सचिव सुशांत कपरेट और महिला कांग्रेस की महासचिव शशि ठाकुर भी मौजूद रहीं।
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