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देश का इकलौता मंदिर, जहां भोलेनाथ की शरण में आते हैं भगोड़े प्रेमी जोड़े
शिमला। लोग मंदिरों में मन्नत मांगने और खुशहाल जीवन की कामना करने जाते हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश में एक मंदिर ऐसा भी जहां घर से भागे प्रेमी जोड़े भगवान भोलेनाथ (Lord Shiva) की शरण में आते हैं। इसे प्रेमियों का मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में घर से भागे हुए प्रेमियों को शरण दी जाती है।
देवभूमि हिमाचल प्रदेश में देवता की परंपरा का सदियों से निर्वहन होता आ रहा है। उनके कानूनों का भी सख्ती से पालन किया जाता है। हिमाचल के कुल्लू में मौजूद शंगचूल महादेव मंदिर (Shangchul Mahadev Temple) की परंपरा काफी ज्यादा अलग है। यहां घर से भाग कर आए प्रेमियों को शरण दी जाती है। देवता खुद उन प्रेमी जोड़ों की रक्षा करते हैं। मान्यताओं के अनुसार यहां देवता किसी भी प्रेमी जोड़ों को मुसीबत का सामना नहीं करने देते हैं। इतना ही नहीं, उन जोड़ों को मारपीट से भी वह बचा कर रखते हैं। ये मंदिर 385 बीघा भूमि पर फैला हुआ है।
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कोई वर्दी पहनकर नहीं आ सकता
इसके अंदर आने के बाद ही प्रेमी जोड़ों को शरण दी जाती है। खास बात यह है कि इस मंदिर में किसी भी पुलिस, होमगार्ड और फॉरेस्ट गार्ड को वर्दी (Uniform Not Allowed) पहन कर नहीं आने दिया जाता है। यहां उनकी एंट्री पर रोक है, क्योंकि यह देवता का क्षेत्र है। इस वजह से यहां वर्दी में आने वाले सभी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। शराब पीकर आने वालों पर भी रोक है।
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कानून तोड़ा तो गिरी आसमानी बिजली
अगर कोई व्यक्ति देवता के इस कानून को तोड़ता है तो उस पर आसमानी बिजली गिरती है। इसे देवता का दंड माना जाता है। स्थानीय लोग कानून का सख्ती से पालन करते हैं। मंदिर में भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। दूर-दूर से सैलानी दर्शन करने के लिए आते हैं। वहीं सबसे ज्यादा प्रेमी जोड़े भी इस मंदिर में आते हैं।