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कृषि कानून : जिन राज्यों में चुनाव वहां जाकर BJP का विरोध करेगा संयुक्त किसान मोर्चा
नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के खिलाफ अभी भी किसान संगठनों का विरोध-प्रदर्शन (Protest) जारी है। फिलहाल सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत भी बंद पड़ गई है, लेकिन अब किसान संगठनों ने जिन राज्यों में चुनाव हैं वहां बीजेपी का विरोध करने का ऐलान किया है। दरअसल जिन चार राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) का ऐलान हो चुका है। ऐसे में अब संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने फैसला किया कि 12 मार्च को पश्चिम बंगाल में रैली की जाएगी।
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इस रैली में नए कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को लेकर अभियान चलाया जाएगा और बीजेपी का विरोध किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव हैं उन राज्यों में रैली कर बताया जाएगा कि मोदी सरकार किसानों के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही। यही नहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की ओर से कहा गया कि जिन राज्यों में अभी चुनाव होने वाले हैं, उन राज्यों में संयुक्त किसान मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) की किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी नीतियों को दंडित करने के लिए जनता से एक अपील करेगा। किसान यूनियन (Farmers Union) चुनावी राज्यों में बीजेपी (BJP) के खिलाफ प्रचार करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के प्रतिनिधि भी इस उद्देश्य के लिए इन राज्यों का दौरा करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
संगठन के पदाधिकारी योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा कि 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी बैठक हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण (Privatization) कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मजदूर और कर्मचारी (Labours and workers) सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन (Protest) करेंगे। इसके अलावा संगठन की ओर से 6 मार्च को KMP (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे जाम करने का भी ऐलान किया गया है। कुंडली बॉर्डर (Kundli Border) पर आंदोलन के मुख्य मंच से राजेवाल ने कहा कि KMP एक्सप्रेस-वे करीब 5 घंटे सुबह 11 से 4 बजे तक ब्लॉक (Block) रखा जाएगा। 6 मार्च को प्रदर्शनकारी किसान (Farmers) काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे।