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#Uttarakhand चमोली आपदा : लापता लोगों के परिजनों ने किया प्रदर्शन, एनटीपीसी के GM को घेरा
चमोली। उत्तराखंड के चमोली (Uttarakhand Chamoli) में हुए जलप्रलय को छह दिन बीत चुके हैं। ऋषि गंगा नदी (Rishi Ganga River) में आए सैलाब के बाद से टनल (Tunnel) के अंदर फंसे लोगों की भी कोई खोज खबर नहीं है। ऐसे में चमोली आपदा (Chamoli Disaster) के प्रभावितों के परिजनों ने घटना स्थल पर जमकर हंगामा (Protest) किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था आपदा के छह दिन बीत जाने के बाद भी गुमशुदा लोगों (Missing Peoples) को नहीं खोजा गया है। गुस्साए परिजनों ने एनटीपीसी (NTPC) और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहीर की और इस दौरान एनटीपीसी के जीएम (NTPC GM) का भी घेराव किया।
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उम्मीद है
हौसला हैतलाश जारी है…#TapovanBarrage #UttarakhandGlacierBurst pic.twitter.com/muu67JNmhC
— Vivek Kumar Pandey (@vivekitbp) February 11, 2021
गौरतलब रहे कि चमोली की ऋषिगंगा आपदा में अभी तक करीब 37 शव बरामद किए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि आपदा के बाद से लापता लोगों की संख्या करीब 167 है। साथ ही ऋषिगंगा के मुहाने पर एक बार फिर झील बन चुकी है, जिससे बाढ़ जैसे हालातों का अंदेशा जताया जा रहा है। उधर, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि हमें झील की जानकारी है। करीब 400 मीटर एरिया में झील बनी है। टीमें मौके पर स्थिति का जायजा लेने के लिए गई हुई हैं।
इसके अलावा बैराज साइड में आपदा के बाद दबे हुए शवों को निकालने का काम अभी भी शुरू नहीं हुआ है। इसे लेकर भी लापता लोगों के परिजनों में आक्रोश है। तपोवन की रहने वाली एक महिला और अन्य लोगों ने बताया कि इस त्रासदी के बाद से उनके परिजनों का कोई सुराग नहीं लगा है। लोगों का कहना है कि बैराज साइड में अभी तक शवों को निकालने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। लोगों का कहना है कि बैराज साइड में कई जगहों पर खून के निशान भी देखे गए हैं, लेकिन यहां पर शवों को निकालने का काम ही शुरू नहीं किया गया है।