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हिमाचल के ग्रामीण व दूरवर्ती क्षेत्रों में भरे जाएंगे शिक्षकों के खाली पद : हर्षवर्धन चौहान
नाहन। 74वें गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह नाहन (District Level Function Nahan) चौगान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान (Minister Harshvardhan Chauhan) ने इस अवसर पर तिरंगा फहराया तथा पुलिस, होम गार्ड, एनसीसी, पूर्व सैनिक व स्काउट एवं गाईड द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली। इससे पूर्व, उद्योग मंत्री ने डॉ. वाईएस परमार की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये और इस उपरांत शहीद स्मारक पर वीर शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
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उपस्थित जनसमूह को गणतंत्र दिवस (Republic day) की शुभकामनाएं देते हुए हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश के दूरवर्ती व ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर शिक्षकों (Teachers) के रिक्त व जरूरी पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरेंगे। उन्होंने कहा कि पांच सालों में हिमाचल को देश में तथा सिरमौर को प्रदेश में विकास का मॉडल बनाएंगे। इसके लिये कार्य योजना अभी से तैयार करनी शुरू कर दी है। उन्होंने सिरमौर जिला के औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करके तथा नये औद्योगिक क्षेत्रों को चिन्हित करके स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान करेंगे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि संविधान सभी देशवासियों को बिना किसी भेदभाव के विकास एवं उत्थान के समान अवसर प्रदान करता है। यह पावन अवसर हमें आत्म-विश्लेषण का अवसर भी प्रदान करता है। एक गणराज्य के रूप में हमारी विकास यात्रा, इस अवधि में हासिल लक्ष्य और भविष्य में किए जाने वाले कार्य पर विचार करना महत्वपूर्ण है। गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर देश की एकता एवं अखण्डता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कुर्बानियां देने वाले महान व्यक्तियों को स्मरण करना आवश्यक है।
प्रदेश सरकार सैनिकों तथा भूतपूर्व सैनिकों के परिवारों को दे रही सुविधाएं
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार (Himachal Govt) ने सैनिकों तथा भूतपूर्व सैनिकों के परिवारों को अनेक सुविधाएं प्रदान की है। प्रदेश सरकार द्वारा परमवीर चक्र व अशोक चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर तीन लाख रुपए, महावीर चक्र व कीर्ति चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर दो लाख रुपए, वीर चक्र व शौर्य चक्र विजेताओं को वार्षिकी के तौर पर एक लाख रुपए दिए जा रहे है।
युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं की बेटियों को शादी के लिए 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा युद्ध अथवा अन्य सैन्य आपरेशन में शहीद सैनिकों के आश्रितों को 20 लाख रुपए तथा अपंग हुए सैनिकों को पांच लाख रुपए तक की सहायता प्रदान की जा रही है।