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Rally: गणतंत्र दिवस पर वाहन रैली निकालकर किसानों-बागवानों ने दिखाई ताकत
लेखराज धरटा/शिमला। केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों (Anti Farmer Policies Of The Central Govt) के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के किसानों और बागवानों ने शुक्रवार को नारकंडा से शिमला तक ‘वाहन रैली’ (Vehicle Rally From Narkanda To Shimla) निकालकर अपनी ताकत दिखाई। 60 किमी की यह रैली मत्याना, ठियोग, कुफरी, संजौली, विक्ट्री टनल होते हुए छोटा शिमला में संपन्न हुई। प्रदेश के बागवान सेब की इंपोर्ट ड्यूटी को 100 फीसदी करने, किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मामलों को वापस लेने और एमआईएस को कम करने की मांग कर रहे हैं। संयुक्त किसान मंच (Sanyukt Kisan Manch) की अगुवाई में यह रैली केंद्र की वादाखिलाफी के विरोध में आयोजित की गई।
16 फरवरी को देहात बंद की योजना
ऑल इंडिया एप्पल फार्मर फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश सिंघा ने कहा कि तीन काले किसान कानूनों को वापस लेते हुए केंद्र सरकार ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए (Promises Not Fulfilled)। न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा भी पूरी नहीं हुई। नारकंडा से शिमला सचिवालय तक रैली इसीलिए निकाली गई, ताकि प्रदेश और केंद्र सरकार तक आवाज पहुंच सके। फेडरेशन 16 फरवरी को देहात बंद की रूपरेखा भी तैयार करेगा।