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वेटरन धावक सुरेंद्र ने गोवा में नेशनल मास्टर्स एथलेक्टिस में झटका गोल्ड
Surendra Singh: हमीरपुर। उम्र के एक पड़ाव में जहां इंसान आराम करना पसंद करता है वहीं, हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर (Hamirpur) के वार्ड नंबर दो के वेटरन धावक सुरेंद्र सिंह (Veteran Runner Surendra Singh) ने 68 साल की उम्र में दर्जनों मेडल जीतकर सबको हैरान कर दिया है। उन्होंने हाल ही में गोवा में संपन्न हुई ओपन मास्टर्स एथलेक्टिस मीट (Open Masters Athletics Meet) में दस किमी में गोल्ड मेडल (Gold Medal) जीता है तो पांच किमी में ब्रॉन्ज और 1500 मीटर दौड़ में चौथे स्थान पर रहे हैं। धावक सुरेंद्र इस उम्र में भी पांच किलोमीटर से लेकर 50 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा ले चुके है जिससे वह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए है।
आठ बार नेशनल ओपन मास्टर्स में हिस्सा लिया
बता दें कि सुरेंद्र सिंह ने आठ बार नेशनल ओपन मास्टर्स में हिस्सा लिया है तो 9 गोल्ड मेडल, 4 सिल्वर के अलावा गत वर्ष मलेशिया (Malaysia) में संपन्न हुई मास्टर्स एथलेक्टिस में भी दो सिल्वर व ब्रॉन्ज मेडल, वर्ष 2023 में भी एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल और थाईलैंड में एक सिल्वर मेडल 1500 मीटर दौड़ में जीता है। सुरेंद्र सिंह चेन्नई, बैंगलोर, कोलकाता, गुजरात, पटियाला मणिपुर राज्यों में भी मास्टर्स एथलीट में अपना प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके है।
17 सालों तक आर्मी में दी है सेवाएं
सुरेंद्र सिंह ने 68 वर्ष की आयु में भी खेल मैदान से जुड़े रहना अपने आप में एक मिसाल है। 17 सालों तक आर्मी में सेवाएं दे चुके सुरेंद्र सिंह रोजाना सुबह शाम खेल मैदान में प्रेक्टिस करते है और अपने शरीर को फिट रखने के लिए एक्टिव रहते है। कोविड माहमारी के दौरान भी सुरेंद्र ने अपने दौड़ने के शौक को कायम रखते हुए प्रेक्टिस जारी रखी थी। धावक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 45 साल की उम्र से दौड़ना शुरू किया था और धीरे-धीरे शौक के चलते राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय दौड में हिस्सा लेना शुरू किया। उन्होंने बताया कि अब तक दर्जनों मेडल दौड़ में हासिल किए है और अब लक्ष्य स्वीडन में होने वाली अंर्तराष्ट्रीय मास्टर्स एथलेक्टिस प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर गोल्ड मेडल जीतना है।
100 के करीब जीत चुके हैं मेडल
सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह अब तक सौ के करीब मेडल जीत चुके है और अब स्वीडन में अगस्त माह में होने वाली अंतराष्ट्रीय मास्टर्स गेम्स में मेडल जीतने के लिए तैयारी की जा रही है और कोशिश रहेगी कि अंर्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी भारत का नाम रोशन किया जा सके। सुरेंद्र सिंह ने बच्चों को नशे से दूर रहने की नसीहत दी तथा अपनी सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत और लगन को दिया। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि कड़ी मेहनत से ही खिलाडी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं।
-अशोक राणा