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सैनिटाइजर मामलाः विजिलेंस ने मुख्य सप्लायर से की पूछताछ, CCTV फुटेज भी ली कब्जे में
शिमला। मामला दर्ज करने के बाद विजिलेंस ने महंगे सैनिटाइजर मामले (Sanitizer case) की जांच तेज कर दी है। विजिलेंस की टीम (Vigilance Team) ने आज मुख्य सप्लायर से लंबी पूछताछ की। साथ ही सचिवालय पहुंचकर एसएडी ब्रांच से सीसीटीवी फुटेज को लिया। सीसीटीवी (CCTV) फुटेज से विजिलेंस पता लगाएगी कि इस ब्रांच के अधिकारियों से कौन कौन मिलने आया था। इससे पहले मुख्य गेट से सीसीटीवी फुटेज विजिलेंस ने ले ली है। वहीं, मामले में सचिवालय के कर्मचारियों से भी जल्द पूछताछ हो सकती है। जांच के बाद मामले में गिरफ्तारियां होंगी।
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बता दें कि बीते 18 मार्च से लेकर 20 अप्रैल तक के सीसीटीवी फुटेज की जांच होगी। बीते दिनों लिए गए रिकॉर्ड (Record) की जांच जारी है। विजिलेंस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार मामले के मुख्य सप्लायर से सोमवार को लंबी पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद आरएंडआई यानी रिसीप्ट एंड इश्यू ब्रांच के अधिकारी और कुछ कर्मचारी शक के दायरे में आ गए हैं। एसएडी ब्रांच का काम सिर्फ टेंडर कॉल करने और रेट फाइनल होने तक था। उसके बाद सैनिटाइजर की सप्लाई आरएंडआई ब्रांच को जाती रही।
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क्या था मामला
सैनिटाइजर की सप्लाई के लिए टेंडर आमंत्रित हुए थे। सबसे कम रेट वाला 130 रुपए प्रति सैनिटाइजर फाइनल हुआ था, जिसकी सप्लाई ललित कुमार ने की। पहले चरण में सैनिटाइजर की 29 सौ यूनिट की सप्लाई हुई, जिसका रेट 130 रुपए तय हुआ था। उसके बाद ही 50 रुपए के सैनिटाइजर पर 130 रुपए की मुहर लगाने का मामला सामने आया, जिसकी जांच स्टेट विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो की एसआईयू कर रही है।