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उपचुनाव: विक्रमादित्य सिंह के बयान के सियासी मायने क्या?
शिमला। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह (Congress MLA Vikramaditya Singh) ने उपचुनाव (By election) से ठीक पहले बड़ा बयान दे दिया है। जिसके चलते हिमाचल की राजनीति गर्मा गई है। उपचुनाव दहलीज पर खड़ी है, ऐसे में टिकट की दावेदारी की बात ना करना, कांग्रेस (Congress) को मुश्किल में डाल सकता है। चुनाव महज 29 दिन दूर है। कांग्रेस जल्द ही मंडी लोकसभा सहित विधानसभा प्रत्याशियों के नाम फाइनल करके दिल्ली भेजेगी। ऐसे में विक्रमादित्य सिंह का फेसबुक पोस्ट कांग्रेस को पशोपेश में डाल दिया है।
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विक्रमादित्य सिंह ने किया फेसबुक पोस्ट
दरअसल, मंडी लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस में सबसे अधिक खींचतान हो रही है। मंडी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रतिभा सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर भी प्रतिभा सिंह को मंडी लोस का सर्वमान्य उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं। जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम ने कुलदीप ठाकुर पर हमला बोला था।
इधर, विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ‘हमारे परिवार से किसी ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है। और ना ही ऐसी कोई लालसा और महत्वकांक्षा है। हम पार्टी की विचारधारा के साथ खड़े रहे हैं।’ कांग्रेस विधायक ने कहा कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला लेगी, वह उसका सम्मान करेंगे, पर पार्टी को धरातल पर वास्तविकता से भी अवगत करवाते रहेंगे। बता दें कि विक्रमादित्य सिंह की माता प्रतिभा सिंह मंडी से दो बार सांसद रह चुकी हैं। 2013 के उपचुनाव में उन्होंने मंडी से जयराम ठाकुर को हराया था।
कांग्रेस को दिलाई इमरजेंसी के बाद के दिनों की याद
विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पोस्ट में पार्टी पर किए गए उपकार को भी गिना गए। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए पार्टी को यह सूचना पहुंचा दी कि जब 1977 में कांग्रेस कार्यालय में ताला लग गया था, तब पूरे चार साल पार्टी कार्यालय उनके आवास से चला करता था।
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