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सुलह का गांव परमार नगर बना जोशीमठ, 12 मकान गिरे, जमीन पर भी दरारें
धर्मशाला (पंकज नरयाल)। यहां के सुलह विधानसभा का गांव परमार नगर उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath of Uttarakhand) की तरह ढहने की कगार पर आ खड़ा हुआ है। जिस तरह जोशीमठ के मकानों में दरारें (Cracks in Homes) आ गई हैं, ठीक उसी तरह परमार नगर में एक दर्जन मकान गिर चुके हैं और उनके साथ लगते मकानों में भी दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। घर के अंदर रखा सामान निकालने का भी मौका नहीं मिला। जमीन पर भी करीब 3 किलोमीटर तक गहरी दरारें पड़ चुकी हैं, जिससे मकानों के साथ खेती पर भी लैंडस्लाइड (Landslide) का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कई घरों को खाली करवा दिया है। बेघर हुये ग्रामीणों के लिए खाने-पीने व रहने की व्यवस्था राहत शिविर में प्रदान की है। एसडीएम धीरा ने प्रभावित परिवारों को 10-10 हजार रुपये की राहत फौरी तौर पर प्रदान की है।
जीवन भर की कमाई ध्वस्त हो गई
गांव के निवासी रवि कुमार, पुत्र धनीराम ने बताया कि उन्होंने अपने मकान को बनाने में सारी जमा पूंजी खर्च कर दी थी। अब उनके पास कुछ नहीं बचा है। रवि कुमार ने करीब 15 दिन पहले ही मकान का लेंटर डाला था, जो अब भूस्खलन से गिर चुका है। यही हाल अंजना देवी, सुनील दत्त, रमेश चंद, प्रीतम चंद, मेहर सिंह, शमशेर सिंह, महेंद्र सिंह, शिखा कुमारी, विक्रम चंद, सुदेश कुमारी, देवेन्द्र सिंह के मकानों का भी है। ग्रामीणों ने सरकार से दूसरी सुरक्षित जगह (Demand Safe Place) पर जमीन देने व मकान बनाने के लिये आर्थिक सहायता मांगी है।
पीड़ित परिवारों को अभी मिले 10 हजार रुपए
एसडीएम धीरा सलीम आजम ने कहा, “ प्रभावितों को राहत शिविर मे शिफ्ट कर दिया गया है, साथ ही सरकार द्वारा तुरंत राहत राशि 10 हजार रुपये प्रदान कर दी गयी है। इसके अलावा लोगों को अन्य सहायता उपलब्ध करवाने के लिए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।“ कृषि विकास बैंक के चेयरमैन संजय सिंह चौहान ने कहा कि जिनका भी नुकसान हुआ है, उन्हें प्रदेश सरकार से हरसंभव सहायता मुहैया कारवाई जायेगी। साथ ही जिन घरों को खाली करवाया गया है, उन्हें कैसे बचाया जाये, इसके लिए भी सरकार प्रयासरत है।
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