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हमीरपुर। विकास खंड की देई द नौण पंचायत के लोगों ने डीसी (DC) से मिल अपने पंचायत प्रधान को निलंबित करने की मांग की है।बुधवार को ग्रामीणों ने डीसी ऑफिस पहुंच कर पंचायत प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए न्याय की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने इस संबंध में डीसी को ज्ञापन सौंप कर एसडीएम स्तर के अधिकारी से जांच की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत प्रधान ने शक्तियों का दुरूपयोग करते हुए पंचायत के कामों में धांधली की है।
इसलिए उनके करवाए गए कार्यों की जांच करवाने के साथ प्रधान को पद से बर्खास्त किया जाए। ग्रामीण दीपक शर्मा ने बताया कि पंचायत में महिला के घर के लिए बनाए गए रास्ते के लिए फर्जी दस्तावेज लगाए गए थे तो पटवारी रिपोर्ट भी फर्जी बनाई गई थी और रास्ते के कामों के लिए भारी अनिमियतताएं पाई गई है। उन्होंने बताया कि आरटीआई के बाद रास्ते के कामों में धांधली का पता चला है । उन्होंने मांग करते हुए कहा कि फर्जी कार्य करवाने के चलते ग्रामीणों में गहरा रोष है जिसके चलते ही पंचायत को बर्खास्त करने की मांग डीसी से की जा रही है।
ग्रामीण मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासन की सुस्ती को लेकर भी असंतुष्ट दिखे। उनका कहना है कि देई द नौण पंचायत में एक जगह पति-पत्नी दोनों के नाम पर ही पैसा स्वीकृत हुआ जबकि आम रास्ता प्रधान की पशुशाला से आगे तक बनाया गया। वहीं कार्य के दस्तावेज़ों में ग़लत जगह का फ़ोटो एवं एस्टीमेट लगा दिया गया है। इससे जिला प्रशासन के मुखिया को भी गुमराह किया गया है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि अगर सच में रास्ते की ही मरम्मत होनी थी तो ग़लत क्षतिग्रस्त रास्ते का फ़ोटो ही क्यों लगाया गया। हमीरपुर विकास खंड की देई का नौण पंचायत में वर्ष 2018 में तत्कालीन डीसी हमीरपुर को किसी अन्य खराब रास्ते का फोटो दिखाकर, फर्जी अस्टीमेट व दस्तावेज तैयार कर रिलीफ फंड से 90 हजार रुपए स्वीकृत करवा लिए। साथ ही वर्ष 2019 में उसी रास्ते के लिए नाम बदलकर 14वें वित्तायोग में दोबारा 90 हजार धनराशि स्वीकृत करवाई गई और दोनों कार्य एक साथ शुरू किए गए।
इस मामले में स्थानीय निवासी ने आरटीआई के तहत ली गई सूचना में इसका खुलासा हुआ था और जिस पर बीडीओ हमीरपुर ने शिकायत पर 2 बार जांच की तो पाया कि 11 प्रत्यक्षदर्शियों ने माना कि इस रास्ते को मरम्मत की जरूरत नहीं थी जबकि 3 लोगों ने ही यह लिखकर दिया कि रास्ता खराब था। हैरानी की बात यह है कि रास्ता कोई बताया गया और निर्माण कार्य एक पशुशाला तक किया गया। गौरतलब है कि देई दा नौण पंचायत में ग्राम पंचायत प्रधानके खिलाफ विकास कार्यों में अनियमितता के आरोप है, वहीं कुछ दिन पहले ही आरटीआई के तहत भी विकास कार्य में हुई धांधली की बातें सामने आई थी। जिस पर विभागीय जांच भी की गई थी लेकिन जांच से बावजूद प्रधान पर कार्रवाई न किए जाने पर अब ग्रामीणों ने डीसी का दरवाजा खटखटाया है।वहीं पंचायत प्रधान , पहले ही इसे राजनीतिक दुर्भावना से भरा मामला बताकर कह चुके हैं कि वह हर जांच के लिए तैयार है।
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