-
Advertisement

क्या होती हैं Green Jobs जिनका पीएम मोदी ने किया जिक्र, कौन कर सकता है ये नौकरियां
Green Jobs : पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस बार स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में ग्रीन जॉब्स का जिक्र किया। पीएम ने अपने संबोधन में कहा था कि, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन (Green Hydrogen Mission) को लेकर भारत ग्लोबल बनाना है। इस लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स (Green Jobs) का कल्चर बढ़ता है, तो देश के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे। इस सेक्टर में बहुत रोजगार आएंगे। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ग्रीन जॉब्स आखिर होती क्या हैं और कौन से युवा उनका लाभ ले सकते हैं। अगर नहीं तो हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
ग्रीन जॉब्स से पर्यावरण को नहीं पहुंचता नुकसान
बता दें, ग्रीन जॉब्स उन सेक्टर के रोजगार से संबंधित है, जो इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके कामकाज से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं हो। यानी कि हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन आदि सेक्टर में निकलने वाली नौकरियों को ग्रीन जाॅब्स कहा जाता है। रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में 2020-21 में कुल 8,63,000 लोगों को ग्रीन जॉब्स सेक्टर में नौकरियां मिली. इन नौकरियों में 2,17,000 सौर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 4,14,000 जल विद्युत सेक्टर से थे। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में 2.17 लाख सोलर फोटोवेल्टेक जाॅब और 4.14 लाख हाइड्रोपावर नौकरियों का सृजन किया गया था.
ग्रीन जॉब्स में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं
- बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस
- एमएससी/एमटेक एनवायरनमेंटल साइंस
- एमबीए (एनवायरनमेंटल मैनेजमेंट)
इन कोर्स की पढ़ाई करने के बाद सोलर एनर्जी, हाइड्रोपावर, इलेक्ट्रिक वाहन आदि सेक्टर में नौकरियां मिल सकती हैं।
कुछ प्रमुख संस्थान जहां से आप ग्रीन जॉब्स से संबंधित कोर्स कर सकते हैं:
– जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू)
-दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)
– इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
– अन्य विश्वविद्यालय और कॉलेज जो एनवायरनमेंटल साइंस और संबंधित कोर्स ऑफर करते हैं।