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अब ‘आसमान’ पर चलेंगे शिमला के लोग, 5 साल में पूरा होगा यह प्रोजेक्ट
(संजू)/ शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) में लोग अब जमीन पर नहीं, बल्कि आसमान पर चलेंगे। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे प्रोजेक्ट (World Second Longest Ropeway Project) तैयार किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को अगले पांच साल में पूरा कर दिया जाएगा। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया।
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे प्रोजेक्ट
1555 करोड रुपए की लागत से बनने वाला यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे प्रोजेक्ट होगा। यह 13.55 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 13 स्टेशन (13 Stations) होंगे। डिप्टी सीएम ने बताया कि शिमला में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए यह रोपवे प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अगले अक्टूबर तक सभी ओपचारिकताएं पूरी कर काम शुरू कर लिया जाएगा।
रोपवे का किराया बस किराए के बराबर
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए एनओसी और टेंडर प्रक्रिया (NOC And Tender Process) आरंभ कर दी गई है। ढ़ाई साल में प्रोजेक्ट का पहला फेज शुरू कर दिया जाएगा, जबकि पूरा प्रोजेक्ट 5 साल में पूरा करने का लक्ष्य है। डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रोजेक्ट न्यू डेवलपमेंट बैंक (New Development Bank) से फंडेड है। रोपवे प्रोजेक्ट में शहर से तीन लाइनों में 660 ट्रॉलियां चलेंगी। उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा को देखते हुए रोपवे प्रोजेक्ट का किराया बस किराए (Bus Fare) के बराबर ही रखा जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें और हिमाचल देश के लिए भी मॉडल बन सके।
दुनिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट परवाणू से
आने वाले समय मे परवाणू से विश्व का सबसे बड़ा एक और प्रोजेक्ट बनाया जाएगा। यह 38 किलोमीटर का विश्व का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा। उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी माता का 75 करोड़ रुपए से प्रोजेक्ट बनेगा। इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार दवारा नीतियों मे बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में अब रोपवे ही एक रास्ता है, जिसके माध्यम से यातायात को सुचारु और आसान बनाया जा सकता है।