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हिमाचल: मानसून के आखिरी दौर में भारी बारिश, कई जगहों पर गिरे पेड़, अब तक 411 लोगों की मौत
शिमला/सोलन। हिमाचल (Himachal) में मानसून अंतिम चरण पर है। बीते दो दिनों से सूबे के कई इलाकों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) हो रही है। शिमला में मंगलवार देर रात से बारिश जारी है। हिमाचल में मॉनसून की बरसात भले ही सामान्य से 12 फीसदी कम रही हो लेकिन इस बार मॉनसून ने खूब कहर ढाया है। हिमाचल प्रदेश में 13 जून से लेकर 21 सिंतबर तक मॉनसून की बरसात ने 411 लोगों की जिन्दगियों को लील लिया है। जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं।
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एक्सीडेंट से 205 मौत
मॉनसून के दौरान सबसे ज्यादा 205 मौत एक्सीडेंट के चलते हुई है, जबकि 54 मौत लैंडस्लाइड की चपेट में आने से हुई है। इसके अलावा अन्य मौतें बाढ़, सांप के काटने, गिरने, डूबने या फिर आग में जलने से हुई हैं। मॉनसून में 689 पशु पक्षियों की मौत भी हुई। बरसात के मौसम में हिमाचल को 1070 करोड़ संपत्ति का नुकसान हुआ है। सबसे ज़्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी विभाग को 63,82,88 रुपए का नुकसान, उसके बाद जल शक्ति विभाग को 30,81,56 रुपए का नुकसान, ऊर्जा क्षेत्र में 470.2 का नुकसान , कृषि क्षेत्र को 4565.44 का नुकसान और बागवानी क्षेत्र को 2,887.57 का नुकसान हुआ है। 1000 से ज़्यादा मकान बरसात की चपेट में आकर पूरी तरह तबाह हो गए या उनको नुकसान पहुंचा। अभी भी लैंडस्लाइड और खराब मौसम की वजह दुर्घटनाएं जारी हैं।
केंद्र से आएगी टीम
राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हिमाचल में एक साथ कई जगह जमकर मेघ बरस गए। नतीजा बहुत ज़्यादा नुकसान हुआ। इस बार 12 फीसदी कम बरसात हुई है। जिसको सामान्य ही समझा जाएगा। पिछली मर्तबा मानसून की बरसात 26 फीसदी कम दर्ज की गई थी और नुकसान भी कम हुआ था। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) का कहना है कि अभी तक मॉनसून खत्म नहीं हुआ है। जैसे ही मॉनसून की बरसात खत्म हो जाएगी। केन्द्र से टीम हिमाचल में बरसात में हुए नुकसान का आंकलन करेगी। इससे पहले जिला के डीसी भी अपने अपने जिले में हुए नुकसान का आंकलन करेंगे। पूरा आंकलन कर केंद्र से मदद मांगी जाएगी, क्योंकि मानसून से इस बार काफी नुकसान हुआ है।
कार पर गिरा पेड़
सोलन में बीती रात्रि से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मूसलाधार बारिश ने लोगो का घरो से बाहर निकलना दूभर कर दिया है। जिला के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन व पेड़ गिरने के समाचार मिल रहे है। सोलन मुख्यालय के पुराने बस अड्डे पर दो गाड़ियों पर एक सूखा हुआ पेड़ गिर गया। जिसके कारण दोनों गाड़ियों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, सोलन सुबाथु मार्ग पर गांव बैरटी के समीप एक विशालकाय पेड गिरने से करीब एक घंटे तक मार्ग अवरुद्ध रहा। पेड़ के नीचे एक कार के नीचे कार के दबने की भी बात सामने आई है। वहीं, यातायात भी पूरी तरह से अवरूद्ध हो गया।