-
Advertisement
दो दिन से बर्फबारी के बीच बातल में फंसे पांच लोगों को किया रेस्क्यू
काजा। स्पीति (Spiti) के लोसर गांव से 40 किलोमीटर दूर काजा-मनाली मार्ग (Kaza Manali Road) पर 2 दिन से फंसे पांच पर्यटकों (Tourists) को प्रशासन ने स्थानीय युवकों की मदद से मंगलवार को रेस्क्यू (Rescued) कर लिया। प्रशासन को सूचना मिली थी कि 17 दिसंबर 2023 को एक फॉर्च्यूनर गाड़ी लोसर से मनाली के लिए निकली है। स्थानीय लोगों ने गाड़ी को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन फिर भी वे निकल गए। अगले दिन जब प्रशासन को पर्यटकों के परिजनों ने संपर्क किया तो पूरी जानकारी मिली। इसके बाद डीसी ने स्पीति और केलांग (Keylong) दोनों ओर से रेस्क्यू टीम भेजने का फैसला किया।
इतनी बर्फ में आसान नहीं रहा रेस्क्यू मिशन
18 दिसंबर को स्पीति की ओर से गई रेस्क्यू टीम कुंजम टॉप से तीन किलोमीटर ही पीछे तक ही जा पाई। बर्फ अधिक होने के कारण गाडियां फंस रही थी। रेस्क्यू टीम में स्थानीय प्रशासन, आईटीबीपी, बीआरओ, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, पुलिस, युवा और टीएसी सदस्य केसांग रापचिक शामिल थे। रेस्क्यू अभियान के पहले दिन टीम को आधे रास्ते से वापस आना पड़ा। मंगलवार सुबह 10 गाड़ियों के साथ रेस्क्यू टीम फिर से बातल के लिए निकली। दोपहर करीब ढाई बजे टीम बातल रेस्ट हाऊस (Rest House) में पहुंची, जहां पर पांचों पर्यटक रुके हुए थे। बातल से करीब 10 किलोमीटर दूर चढ़ाई में इन पर्यटकों को गाड़ी बर्फ (Snow) के कारण फिसलकर लटक गई थी।
यह भी पढ़े:सौर ऊर्जा से 500 मेगावाट बिजली बनाकर 1000 करोड़ बचाएगी सरकार
कहीं कोई मदद नहीं मिली
17 दिसंबर रात को इनमें से दो पर्यटकों की स्वास्थ्य काफी खराब हो गया था। जब इन लोगों की गाड़ी फंस गई, तो तीन दोस्त पैदल छतडू तक मदद मांगने गए। लेकिन इन्हें कोई मदद नहीं मिली और थक-हार कर वापस आ गए। उन्होंने फैसला किया कि बातल में बंद पड़े रेस्ट हाउस में ताला तोड़कर रात के ठहरने का इंतजाम करते हैं। जिलाधीश राहुल कुमार ने बताया कि एसडीएम हर्ष अमरेंद्र नेगी की अगुवाई में रेस्क्यू टीम ने बेहतर काम किया है। नायब तहसीलदार प्रेम सिंह भी टीम को लीड कर रहे थे। इन्हें किया गया रेस्क्यू फॉर्च्यूनर गाड़ी चालक लक्ष्य गर्ग, यश ढींगरा, आयुष पांघल दिल्ली, अंश भारती रांची और अंशुल चौहान शिमला।