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नगर परिषद परवाणू: 6 पार्षदों ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ डीसी को सौंपा अविश्वास प्रस्ताव
परवाणू। जिला सोलन की परवाणू नगर परिषद में गुरुवार को उस समय घमासान मच गया, जब 6 पार्षदों (6 councilors) ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion)ला दिया। इन छह पार्षदों ने डीसी सोलन (DC Solan) कृतिका कुलहरी के सामने पेश होकर लिखित तौर पर यह अविश्वास प्रस्ताव लाया। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों में 4 कांग्र्रेस समर्थक, जबकि दो बीजेपी समर्थक हैं। बता दें कि नगर परिषद परवाणू में पिछले काफी समय से पार्षदों के बीच तालमेल नहीं बन पा रहा था। नगर परिषद के अधिकांश पार्षद नगर परिषद के कार्यों से संबंधित बैठकों का बहिष्कार कर रहे थे। इस से काफी समय से परवाणू में चर्चाओं का बाज़ार गर्म था। गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद इन चर्चाओं पर विराम लग गया।
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बता दें कि गुरुवार को परवाणू नगर परिषद ( Nagar Parishad Parwanoo) के पूर्व अध्यक्ष व वार्ड नंबर 6 के पार्षद ठाकुर दास शर्मा, वार्ड 2 के पार्षद लखविंदर सिंह, वार्ड तीन की पार्षद किरण चौहान, वार्ड 4 की पार्षद चन्द्रावती देवी, वार्ड नंबर 7 के पार्षद रणजीत सिंह ठाकुर व वार्ड नंबर 8 की पार्षद मोनिशा शर्मा ने डीसी सोलन से उनके कार्यालय में जाकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। डीसी सोलन को सौंपे अविश्वास प्रस्ताव में पार्षदों ने आरोप लगाया है की नप परवाणू के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष (hairman and vice-chairman) नियमों व कानून के दायरे में काम नहीं कर रहे है, वे अपनी शक्तियों का दुरूपयोग कर रहे है जिसके चलते वे अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन नहीं कर रहे है। इसलिए हम 6 पार्षद नप परवाणू के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर विश्वास खो चुके है, इस संदर्भ में उन दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है।
नगर परिषद के चुनावों में कांग्रेस (Congress) 6 जबकि बीजेपी (BJP) समर्थक 3 पार्षद जीत कर आए थे, जिसके बाद कांग्रेस समर्थकों की आपसी सहमति से वार्ड नंबर 9 की पार्षद निशा शर्मा को अध्यक्ष व वार्ड नंबर 5 की पार्षद सोनिया शर्मा को उपाध्यक्ष बनाया गया था। अभी चुनाव हुए दो वर्ष ही हुए है की पार्षद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से रुष्ट हो गए है। बीजेपी समर्थक पार्षद तो दूर की बात कांग्रेस समर्थित पार्षद भी इन दोनों की कार्यप्रणाली से नाराज हो गए और इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला दिया।