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90 साल की दादी रोज सुबह साढ़े चार बजे उठ बनाती है 120 आवारा कुत्तों को खाना
आजकल नौजवान भी सुबह-सवेरे उठने पर आनाकानी करते हैं। यूं तो भले रात के दो बजे तक मोबाइल पर पबजी खेलते रहें। सारी चाहे फेसबुक (Facebook) पर चैटिंग करते रहें मगर सुबह के चार बजे ही वे गहरी नींद के आगोश में चले जाते हैं। ऐसे में उनको कोई जगाना चाहे तो वो नहीं जागते और कभी-कभार झल्ला भी उठते हैं और उनके गुस्से का अकसर शिकार होना पड़ता। मगर आइए आज हम आपको एक 90 साल की दादी की अजब कहानी बताते हैं जो रोज सुबह साढ़े चार बजे उठकर 120 आवारा कुत्तों (stray dogs) को खाना बनाती है। आज का दौर ऐसा है कि कोई अपने घर के सदस्यों के लिए सुबह उठकर खाना नहीं बनाना चाहता मगर इस दादी का जज्बा देखिए जो उन कुत्तों के लिए खाना बनाती है जो आवारा हैं और गली-कूचों में फिरते रहते हैं।
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आपने ऐसी कहानियां तो बहुत सुनी होंगी उसको अपने कुत्ते से बेइंतहा प्यार (infinite love) है। वह उसका बहुत ही ध्यान रखता है। वे सिर्फ पालतू कुत्तों का ही ध्यान रखते हैं, मगर यह दादी उन बेजुवान जानवरों का ख्याल रख रही है जो सड़कों पर जिंदगी जी रहे हैं और कभी-कभार तो किसी तेज रफ्तार गाड़ी की चपेट में आने से मर भी जाते हैं। 90 साल की दादी की अजब कहानी बताते हैं जो रोज सुबह साढ़े चार बजे उठकर 120 आवारा कुत्तों को खाना बनाती है। कनक नाम की 90 वर्षीय इस दादी का एक वीडियो इंस्टाग्राम पर उनकी पोती सना ने शेयर किया है। वो बताती हैं कि उनकी दादी के कई मेजर ऑपरेशन हो चुके हैं। वो कई बार बेडरेस्ट पर जा चुकी हैं लेकिन उन्होंने अपने और अपने इन प्यारे डॉग्स के बीच किसी तरह की मुश्किल हालात को नहीं आने दिया। वो आज भी रोज सुबह साढ़े चार बजे उठती हैं और उनके लिए खाना बनाती हैं।
सना अपनी दादी का एनजीओ Paws in Puddle चलाती हैं और कुत्तों को खाना खिलाती हैं, यहां तक कि उनका ट्रीटमेंट भी करवाती हैं। बता दें कि दादी की कहानी को Humans of Bombay ने भी शेयर किया था। उन्होंने आवारा डॉग्स के लिए एक शेल्टर भी खोला।