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Haryana के वनों में बढ़ाएंगे पौधों की संख्या, पिंजौर से यमुनानगर तक Drone से डाले जाएंगे बीज
यमुनानगर। वन विभाग हरियाणा (Haryana) में पौधों की संख्या बढ़ाने के लिए नया प्रयोग कर रहा है। इसके लिए वन क्षेत्र को और सघन किया जाएगा। बरसात के मौसम में ड्रोन (Drone) की मदद से पौधों के बीज वन क्षेत्र में (प्लेट्स फॉर ड्रोन सीलिंग) डाले जाएंगे। इसकी शुरुआत पिंजौर व यमुनानगर के जंगलों से हो रही है। उन क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है, जहां पेड़ों की संख्या कम है। ये अभियान पूरे प्रदेश में चलेगा। विभाग के पास जमीन सीमित है, इसलिए वनों में पौधों की संख्या बढ़ाकर और सघन किए जाने की कवायद हो रही है।
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डीएफओ सूरजभान का कहना है कि प्लेट्स फॉर ड्रोन सीडिंग की तैयारी चल रही है। निश्चित ही इससे वन क्षेत्र में पौधों की संख्या में इजाफा होगा। प्रदेश में 1586 वर्ग किलोमीटर एरिया जंगल का क्षेत्र है। इसमें 23 हजार हेक्टयर क्षेत्र यमुनानगर जिले (Yamunanagar) में है। शिवालिक व अरावली में कुछ एरिया में वन सघन नहीं हैं। इसे सघन करने करने के लिए ड्रोन सीडिंग कराई जा रही है। 15 जुलाई के बाद इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। 16 जुलाई को पिंजौर से यमुनानगर तक, 17 व 18 जुलाई को यमुनानगर फॉरेस्ट डिवीजन, 19 को यमुनानगर से पिंजौर, 20 को पिंजौर, मोरनी फॉरेस्ट डिवीजन, पिंजौर लोकल एरिया, 21 को पिंजौर व महेंद्रगढ़ फॉरेस्ट डिवीजन, 22 को महेंद्रगढ़ फॉरेस्ट डिवीजन व लोकल एरिया, 24 और 25 को महेंद्रगढ़ व फरीदाबाद फॉरेस्ट डिवीजन व लोकल क्षेत्र में बीज डाली जाएगी।
हाथों से लगाए जाएंगे एक लाख 16 हजार पौधे
इसमें आंवला, अमलताश, अमरूद, बेल पत्थर, बेर, धायूलिया ग्रास, गूलर, खैर, कढ़ी पत्ता, किंकर, कदम, लसूड़ा, हारसिंगार, पहरी पापरी, पिलखन, पीपल, सरलिया ग्रास से दो लाख पौधे तैयार करने की योजना है। इसके अलावा एक लाख 16 हजार पौधे हाथों से लगाए जाएंगे। वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर का कहना है कि हमारा प्रयास ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने व बचाने का है। इसी दिशा में ड्रोन सीड्स पर काम किया जा रहा है।