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Solan के ओच्छघाट की रजनी ने स्वरोजगार से बनाई पहचान, लोगों को भी दिया रोजगार
सोलन। वैश्वीकरण और निजीकरण के वर्तमान दौर में शिक्षित युवाओं के लिए ऐसा रोजगार प्राप्त करना कठिन होता जा रहा है जो ना केवल उनकी मूलभूत आवश्यकताओं अपितु सुरक्षित भविष्य के सपने को भी साकार कर सके। ऐसी परिस्थितियों में आंखों में हज़ारों सपने लिए शिक्षित लेकिन बेरोज़गार युवाओं (Unemployed youth) के लिए आशा की किरण बनकर उभर रही हैं केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की वो योजनाएं जिनके अन्तर्गत सही समय पर उचित उपदान के साथ ऋण प्राप्त हो रहा है।
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ऐसी ही एक महत्वकांक्षी योजना है प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम। जिससे सोलन जिला के ओच्छघाट की रहने वाली रजनी शर्मा (Rajni Sharma) ने एक लघु उद्योग स्थापित कर ना सिर्फ अपनी आर्थिकी को मजबूत किया बल्कि कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया। रजनी शर्मा आज उन असंख्य युवाओं के लिए एक मिसाल बन गई है जो स्वरोज़गार स्थापित करने के लिए राह तलाश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत लिया ऋण
प्रदेश विश्वविद्यालय से एमएससी (MSC) शिक्षित रजनी ने इस संबध में लघु स्तर पर कपड़ा उद्योग (textile industry) स्थापित करने के लिए वर्ष 2017-18 में जिला उद्योग केन्द्र सोलन से जानकारी प्राप्त की। जिला उद्योग केन्द्र से उन्हें अवगत करवाया गया कि कपड़ा उद्योग के लिए उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत समुचित ऋण (loan) उपलब्ध करवाया जा सकता है।
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फिर क्या था रजनी शर्मा ने अपने देवर भानु शर्मा के साथ मिलकर ओच्छघाट में कपड़ा उद्योग स्थापित करने की विस्तृत योजना खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड (Khadi and Village Industries Board) के सामने प्रस्तुत कर दी। जिसके चलते उन्हें शीघ्र ही वर्ष 2018 में लघु कपड़ा उद्योग स्थापित करने के लिए 08 लाख रुपए का ऋण प्राप्त हुआ। योजना के तहत महिलाओं को ऋण पर 35 प्रतिशत उपदान का प्रावधान है। उन्हें खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा 35 प्रतिशत उपदान भी प्राप्त हुआ।
कामाक्षी एंटरप्राइजिज के नाम से स्थापित किया अपना लघु उद्योग
रजनी शर्मा ने इस ऋण की सहायता से कामाक्षी एंटरप्राइजिज (Kamakshi Enterprises) के नाम से अपना लघु उद्योग स्थापित किया। यहां उन्होंने विभिन्न विद्यालयों की वर्दी के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में कार्यरत उद्योगों की वर्दी तथा प्रयोगशालाओं में प्रयुक्त होने वाली वर्दी इत्यादि का उत्पादन आरंभ किया। उनकी कार्यकुशलता एवं कार्य के ज्ञान ने उनके लघु उद्योग को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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रजनी शर्मा ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने उद्योग स्थापित करने से पूर्व जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से 10 दिवस का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि वे वर्दी (Uniform) के लिए कच्चा माल अर्थात कपड़ा दिल्ली, अम्बाला एवं लुधियाना से मंगवाते हैं। उन्होंने कहा कि तैयार उत्पादन की गुणवत्ता उनकी पहचान है। उन्होंने कहा कि तैयार उत्पाद को वे उचित एवं ऐसे प्रतियोगी मूल्य पर उपलब्ध करवाते हैं जो कपड़ा उद्योग के केन्द्र लुधियाना एवं अम्बाला से बेहतर है।
2 वर्ष की अल्प अवधि में अपनी पहचान बनाने में हुई सफल
उन्होंने बताया कि उनका उद्योग 02 वर्ष की अल्प अवधि में ही अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है। रजनी इस अल्पकाल में ही अपने इस उद्यम से महीने में लगभग 25,000 रुपए कमा रही हैं। वर्तमान में उनके उद्योग में 10 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त है। रजनी शर्मा ने कहा कि वर्तमान में केन्द्र तथा प्रदेश सरकार की ऐसी अनेक योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है जो शिक्षित युवाओं को स्वरोगार आरंभ करने के लिए बेहतर मंच प्रदान करती हैं। उन्होंने एक शिक्षित युवा के आत्म सम्मान एवं परिश्रम के माध्यम से सफल होने की जीजिविषा को साकार करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी एवं सीएम जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया।